नई तकनीक और अप्रोच से हो सकेगा ब्रेन में होने वाले कॉमन नॉन कैंसरर्स ट्यूमर्स का सफल इलाज़ : डॉ. के. के. बंसल

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- तीन दिवसीय न्यूरो फेस्ट 2022 के दूसरे दिन बडिंग न्यूरो सर्जन्स को ब्रेन सर्जरी की नई तकनीक एवं अप्रोचइज़ सिखाई गई

जयपुर, 8 जुलाई 2022ः(निक चिकित्सा) नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल,जयपुर और जे.एन.यू (जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी) के सहयोग से आयोजित न्यूरोफेस्ट के पांचवें एडिशन के दूसरे दिन जे.एन.यू कैंपस में आयोजित न्यूरो-एंडोस्कोपिक वर्कशॉप में पार्टिसिपेंट्स को मानव शव पर न्यूरोसर्जरी की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गई। इस वर्कशॉप में पार्टिसिपेंट्स को ब्रेन सर्जरी के क्षेत्र में नयी तकनीकों के बारे में देश-विदेश से आए दिग्गज न्यूरो सर्जन्स ने मानव शव पर डाईसेक्शन वर्कशॉप्स के माध्यम से बेहतर ढंग से सिखाया।

डॉ. के.के. बंसल, नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, जयपुर के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन और न्यूरोफेस्ट 2022 के पाठ्यक्रम निदेशक ने बताया कि, "आज की न्यूरो-एंडोस्कोपिक वर्कशॉप में हमनें पार्टिसिपेंट्स को ब्रेन में होने वाले कॉमन नॉन कैंसरर्स ट्यूमर्स जैसे पिट्यूटरी ट्यूमर और मेनिंजियोमा ट्यूमर को बिना किसी चीर-फाड़ के दूरबीन की सहायता से नाक के रास्ते से हड्डी को ड्रिल करके निकालने की नई तकनीक और अप्रोच को सिखाया। जिसमें पहले फैकल्टिज़ ने लेक्चर के माध्यम से पार्टिसिपेंट्स को समझाया, फिर कडैव़र्‌ पर प्रेक्टिकल करके दिखाया और अंत में पार्टिसिपेंट्स ने खुद इस तकनीक को प्रेक्टिकल करके सिखा।"

    न्यूरोफेस्ट 2022 में फैकल्टी के रूप में आये डॉ. संजय सांखला और डॉ. सुबोध राजू ने बताया कि, "बडिंग न्यूरो सर्जन्स को सिखाई गई नई टेक्नोलॉजी और अप्रोचइज़ न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में रिस्क और कॉम्प्लिकेशंस को कम करने में मददगार साबित होंगी। इस तीन दिवसीय वर्कशॉप के माध्यम से हम देश विदेश की नई तकनीकों को भारत के बडिंग न्यूरो सर्जन को सिखा रहे हैं, जिससे उन्हें बाहर ना जाकर एक ही जगह पर कई प्रकार की तकनीक और अप्प्रोच सिखने का मौका मिले, जिससे वो मरीज़ो का बेहतर इलाज कर सकें।"