एमडी एनेस्थीसिया परीक्षा मामला,, प्राइवेट डॉक्टर को बनाया था परीक्षक, जांच कमेटी गठित,पाया दो अधिकारियों को दोषी, पर कार्यवाही अब तक क्यों नहीं ?

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* दोषियों में एक को पद मुक्त एवं दूसरे को कार्यमुक्त की अनुशंसा जांच समिति द्वारा की गई, समिति की बैठक 2 जुलाई को हो चुकी है और रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है,
* इस संबंध में डॉ एस एम शर्मा से फोन पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन पिक नहीं हुआ,,

जयपुर 2 अगस्त 2022।(निक चिकित्सा) मेडिकल प्रबंधन ने एमडी एनेस्थीसिया के आयोजित एग्जाम में प्राइवेट डॉक्टर को परीक्षक बनाने के मामले में परीक्षा कैंसिल होने के बाद जांच कमेटी का गठन किया गया था।
कॉलेज प्रिंसिपल कार्डियोलॉजी एवम अतिरिक्त प्राचार्य डॉ एस एम शर्मा की अध्यक्षता में गठित की गई। जांच कमेटी में अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ दीपक माथुर, डॉ अमिताभ दुबे, शैक्षणिक अधिकारी डॉ नीरज वर्मा व वरिष्ठ संयुक्त विधि परामशी डॉ प्रकाश गुप्ता शामिल थे।

विश्वस्त सूत्रों के हवाले से खबर है कि समिति ने सभी के बयानात व पड़ताल के बाद जांच में दो अधिकारियों को दोषी पाया। जिसमें एक को पद मुक्त व दूसरे को कार्यमुक्त करने की समिति द्वारा अनुशंसा की गई है।

    पुनः परीक्षा ली जा चुकी है । मामले की गंभीरता को देखते हुए इस बार जांच पड़ताल के बाद ही परीक्षक नियुक्त किए गए।
    लेकिन अब यह सवाल उठता है कि एक माह बीत जाने के बावजूद भी उन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई अब तक क्यों नहीं की गई ?

    आज 2 अगस्त की रिपोर्ट :
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    आप सभी सुधी पाठकों का बहुत-बहुत आभार