संयुक्त अभिभावक संघ ने बचाया 3 बच्चों का भविष्य,,

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*- पीड़ित अभिभावक ने कहा " कोरोना के कारण रेस्टोरेंट बन्द हो गया, नोकरी पर लगा तो एक्सीडेंट हो गया, फीस जमा नही करवा पाया तो दो बच्चों का स्कूल ने साल खराब कर दिया, अब सरकारी स्कूल में एडमिशन करवा रहा हु तो स्कूल टीसी नही दे रहा था, अभिभावक संघ से मदद मांगी तो जिस काम को 5-10 दिन लग रहे थे वह 24 घन्टे में हो गया "*

जयपुर 31 जुलाई 2022।(निक शिक्षा) शहर के अजमेर रोड़ स्थित पुरानी चुंगी के अशोक नगर निवासी गोपाल कल्याण अपने तीन बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित थे, कही से जब कोई मदद नही मिली तो उन्होंने संयुक्त अभिभावक संघ से मदद की गुहार लगाई और जो कार्य 5-10 दिन में होने वाला था वह मात्र 24 घन्टे में निपट गया। दरसअल गोपाल कल्याण के तीनों बच्चें निर्वाण नगर स्थित ब्राइट फ्यूचर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ते थे, किन्तु कोरोना संक्रमण के चलते रेस्टोरेंट चलाने वाले को नोकरी करनी पड़ गई क्योकि आर्थिक स्थिति बिगड़ने की वजह से रेस्टोरेंट पर ताले लग गए। इसी दौरान एक्सीडेंट होने की वजह से हाथ मे फैक्चर हो गया। जिससे और हालात बिगड़ गए। इसका असर तीनों बच्चों की पढ़ाई पर पढा। स्कूल की फीस जमा नही करवा सके तो स्कूल ने तीन में से दो बच्चों को फाइनल परीक्षा देने से ही वंचित कर दिया। जिससे दो बच्चों का साल खराब हो गया।

अब गोपाल कल्याण बच्चों का दूसरा साल खराब नही करवाना चाहते थे इसलिए उन्होंने प्राइवेट स्कूल से बच्चों की टीसी देने की गुहार लगाई जिससे वह बच्चों को सरकारी स्कूल में एडमिशन दिलवा सके। किन्तु स्कूल प्रशासन ने पहले फीस का बकाया निकाल दिया और जिस पर अभिभावक ने अपनी सहमति दे दी उसके बावजूद स्कूल प्रशासन ने टीसी देने से मना कर दिया और 5-10 दिन बाद आने को बोला। तो अभिभावक गोपाल कल्याण ने स्कूल प्रशासन को कहा कि बच्चों का सरकारी स्कूल में एडमिशन करवाना है 30 जुलाई लास्ट डेट है, आज 28 जुलाई है अगर 5-10 दिन बाद आप टीसी देंगे तो मेरे तीनों बच्चों का सरकारी स्कूल में एडमिशन नही होगा। अगर एडमिशन नही हुआ तो अब तीनों बच्चों का साल खराब हो जाएगा। लेकिन स्कूल प्रशासन ने अभिभावक की एक नही सुनी
जिसके उपरांत गोपाल कल्याण ने संयुक्त अभिभावक संघ के हेल्पलाइन नम्बर 9772377755 पर सम्पर्क किया और अपनी समस्या बताई, समस्या बताने तत्काल बाद अभिभावक की तरफ से स्कूल को भेजे जाने वाला पत्र तैयार कर अभिभावक को दिया। 29 जुलाई को संयुक्त अभिभावक संघ ने स्कूल से वार्ता की जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने 30 जुलाई को अभिभावक को तीनों बच्चों की टीसी उपलब्ध करवा दी, जिसे लेकर अभिभावक ने अपने तीनों बच्चों का साल खराब होने से बचाने के लिए सरकारी स्कूल में एडमिशन करवा दिया। गोपाल कल्याण की बड़ी बेटी कक्षा 11 वीं छात्र है, छोटी बेटी कक्षा 9 वीं की छात्र है अगर साल खराब नही होता तो वह कक्षा 10 वीं की छात्र होती इसी तरह बेटा कक्षा 4 का छात्र है इनका भी साल खराब नही होता तो वह कक्षा 5 वीं का छात्र होता।

    ना स्कूल ने सुनी ना सरकार ने सुनी एक फोन पर अभिभावक संघ ने साथ दिया तो बच्चों का साल खराब होने से बचा - अभिभावक स्कूल से टीसी प्राप्त करने को लेकर लगातार स्कूल के चक्कर काट रहा था, मेने एप्लिकेशन स्कूल के साथ-साथ मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित बाल आयोग और संयुक्त अभिभावक संघ को मेल के जरिये अपनी शिकायत भेजी थी किन्तु ना स्कूल ने मेरी गुहार सुनी और ना सरकार और प्रशासन ने मेरी गुहार सुनी, शिकायत भेजने के तुरंत बाद संयुक्त अभिभावक संघ मदद के लिए आगे आया और मात्र 24 घन्टे में मेरे तीनों बच्चों का साल खराब होने से बचा लिया। जिस कार्य के लिए में 3-4 से चक्कर लगा रहा था और आगे 5-10 ओर लगने वाले थे वो काम मात्र 24 घन्टे में हो गया। किसी ने सही कहा है संगठन में एकजुटता हो तो ताकत बनती है सभी अभिभावक एकजुट हो जाये तो स्कूलों को लेकर समस्याओं का निपटारा तत्काल हो सकता है।

    संगठन अभिभावकों की मदद के लिए, संघ प्रत्येक अभिभावक के साथ खड़ा रहेगा – अभिषेक जैन बिट्टू*
    संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि गोपाल कल्याण का फोन मेरे पास ही आया था उन्होंने अपनी समस्या को मेल करने की जानकारी दी, मेल चेक कर अभिभावक को पत्र लिखकर स्कूल को देने को कहा, जब अभिभावक ने पत्र पढा तो एक वह भड़क भी गए और अभिभावक पत्र में लिखे प्रतिलिपि नामों को पत्र का जवाब देने के लिए कहा जाने को कहा, 29 जुलाई को स्कूल से फोन पर वार्ता की और उन्हें समझाने का प्रयास किया जिसके बाद 30 जुलाई को फीस जमा कर बच्चों की टीसी दी। संयुक्त अभिभावक संघ प्रत्येक अभिभावक का संगठन है जो भी मदद मांगेगा हम प्रत्येक अभिभावक के साथ खड़े है। हमें खुशी है अभिभावकों की मदद के लिए एक साल पहले 4 दिन की जेल हुई थी और आज एक साल बाद इसी दिन 3 बच्चों का भविष्य खराब होने से बचा लिया।