ब्राह्मणों के विरुद्ध भावनाओं को फिल्म आर्टिकल 15 में भड़काने के विरुद्ध,अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ ने पुरजोर विरोध जताया,,

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अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ द्वारा फ़िल्म आर्टिकल 15 के विरोध में एक प्रेस वार्ता पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित की गई प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज जोशी थोई व संस्थापक ईशान निर्मल ने बताया कि कतिथ तौर पर ये फ़िल्म बदायूँ उत्तरप्रदेश के रेप मर्डर केस पर आधारित है।इस फ़िल्म में सच्चाई से छेड़छाड़ की गई है और इरादतन दोषियों को ब्राह्मण जाति का दिखाया गया है जो कि सर्वथा अनुचित है।
राष्ट्रीय सचिव श्रीमती श्वेता शर्मा ने बताया कि फ़िल्म के ट्रेलर में दो गरीब परिवार के बच्चियों के रेप व मर्डर दिखाया गया है व ज़बरन उनसे खेतों में मजदूरी करवाई जाती है।इस फ़िल्म के ज़रिए जाति आधारित भेदभाव को मुद्दा बनाया जा रहा है जिससे ब्राह्मण समुदाय में काफ़ी आक्रोश है। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मधु पुरोहित ने भी इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि इस फ़िल्म से ब्राह्मण समुदाय की भावनाएं आहत हुई है।
पंकज जोशी थोई अनुसार सच्चाई ये है बदायूँ रेप मर्डर केस 2014 में हुआ था,तोड़मरोड़ कर तथ्यों को पेश करके, ब्राह्मण जाति विशेष के खिलाफ,लोगो की जनभावना को ब्राह्मण जाति के विरुद्ध फ़िल्म आर्टिकल15 में भड़काया जा रहा है।
श्री राजपूत करणीसेना के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश संयोजक राजस्थान श्री दौलत सिंह चिंचरोली जी ने राज्य सरकार व केंद्र सरकार को चेतावनी स्वरूप आग्रह किया फ़िल्म आर्टिकल 15 को तुरंत प्रभाव से बैन किया जाये अन्यथा विश्वव्यापी आंदोलन किया जायेगा, जिसके लिए सरकारें ज़िम्मेदार होंगी।
आचार्य राघवेन्द्र जी ने कहा,सच्चाई से छेड़छाड़ अब बर्दाश्त नही की जायेगी व कड़े शब्दों में सेंसर बोर्ड और सरकार की कार्यप्रणाली को समाज विरोधी बताया तथा कहा कि अबकी बार समाज आर पार संघर्ष करेगा।