हाईकोर्ट की जमानत की रद्द, रेप के आरोपी सीआई के पी सिंह को किया गिरफ्तार,
जयपुर 29 जुलाई 2022।(निक क्राइम) सीआई केपी सिंह को महिला से दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार कर लिया है । गुरुवार देर रात के पी सिंह को करणी विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। कंवर पाल सिंह के खिलाफ वर्ष 2020 में उसी की परिचित महिला ने मारपीट और दुष्कर्म का केस करणी विहार थाने में दर्ज कराया था। उस दौरान आरोपी सीआई झुंझुनूं में मानव तस्करी विरोधी यूनिट के प्रभारी के पद पर तैनात था।
महिला की शिकायत पर दर्ज हुए मुकदमें की जांच पहले सीआई ने की फिर एडिशनल डीसीपी वैस्ट बजरंग सिंह को दी गई थी। उस दौरान पुलिस ने आरोपी के पी सिंह को गिरफ्तार नहीं किया था। आरोपी हाईकोर्ट पहुंचा और कोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली। पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो वह सुप्रीम कोर्ट पहुंची जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 13 जुलाई को सीआई की गिरफ्तारी पर रोक हटाने के आदेश देते हुए पुलिस को आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए। जिस पर गुरुवार रात केपी सिंह की गिरफ्तारी हुई। पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए केपी सिंह ने अपनी पत्नी से पीड़िता के पति के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज कराया। झोटवाड़ा थाना पुलिस ने उस दौरान मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया। लेकिन पुलिस जांच में ऐसा कुछ प्रमाणित नहीं हुआ। जिसके बाद झोटवाड़ा थाना पुलिस ने जांच के बाद एफ आर लगा दी।
दु्ष्कर्म के आरोपी सीआई ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत लगा रखी थी। जिस पर पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने 13जुलाई को अग्रिम जमानत को रद्द कर दिया। और के पी सिंह को दो सप्ताह में सरेंडर करने के आदेश दिए। सरेंडर नहीं करने पर जयपुर पुलिस को उसे गिरफ्तार करने के आदेश दिए।
पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी के लिए यह याचिका लगाई। जिस में पीड़िता ने बताया कि उसकी बहन का झुंझुनूं महिला थाने में एक मामला दर्ज हो रखा था। जिस के सभी दस्तावेज तत्कालीन सीआई केपी सिंह के पास थे। पीड़िता ने जब सीआई से दस्तावेज मांग तो उस ने पीड़िता को जयपुर बुलाया। यहां पर पेय पदार्थ में आरोपी ने उसे नशीला पदार्थ पिलाया। जिसके बाद आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी फोटो और वीडियो ली। पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराया लेकिन आरोपी ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली। साथ ही वह उसे बार-बार मुकदमा वापस लेने का भी दबाव बना रहा है।
पुलिस ने बताया कि 20 मई 2020 को सीआई ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद आरोपी 29 मई को पीड़िता के घर आया इसके साथ मारपीट की। आरोपी ने मारपीट के दौरान पीड़िता का मोबाइल तोड़ दिया। बाद में मोबाइल दिलाने के बहाने इसे अलंकार मॉल ले गया। कार में फिर आरोपी ने महिला से झगड़ा किया और उसे सुनसान जगह पर ले जाकर उससे मारपीट की। जिसके बाद पीड़िता ने 3 जून 2020 को सीआई के खिलाफ करणी विहार थाने में दुष्कर्म और मारपीट का मामला दर्ज करया।न्याय में देर है अंधेर नहीं
सबसे पहली खबर न्यू इंडिया खबर ने 2019 को लगाई थी
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झुंझुनूं में पदस्थापित महिला थाना इंचार्ज ने बीती रात अपने जयपुर ,क्षेत्र थाना झोटवाड़ा, निवारू रोड स्थित निवास पर ,दूसरी पत्नी के साथ कि मारपीट,,,वजह बनी तीसरी पत्नी, आये दिन की चिक चिक से मौहल्ले वाले हैं परेशान, समाज का भयानक व विद्रूप चेहरा दिखाती यह खबर,सीरीज़ 1st, तफ्तीश जारी
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*फोलो-अप*– जहां विष्णु दत्त जैसे ईमानदार ऑफिसर आत्महत्या करते हैं, वही के पी सिंह जैसे भ्रष्ट पुलिस अधिकारी पुलिस महकमे की छवि को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ते,थाना करणी विहार 376 का मामला, पीड़िता के हो चुके हैं 164 के बयान,बावजूद इसके 25 दिन से झुंझुनू में पदस्थ सीआई कर रहा है मजे से ड्यूटी,अब तक क्यों नहीं हुई उस पर कार्यवाही, तफ्तीश का बहाना कब तक कब तक ,कब होगा सलाखों के पीछे के पी सिंह,,क्या साधारण आदमी इतने दिन खुले में आसानी से घूम सकता है? अगर के पी सिंह की जांच ठीक से की जाए तो शातिर अपराधी भी नतमस्तक होगें,, गृहमंत्री अशोक गहलोत जरा ध्यान दे,, सीरीज फर्स्ट