अजय यादव हत्याकाण्ड,, शूटर मुकेश यादव हिस्ट्रीशीटर कल कर चुका आत्महत्या,,दो मुख्य शूटर गिरफ्तार,, जानें पुलिस की गठित विशेष टीम व 21 सितम्बर से अब तक के घटनाक्रम की पूरी दास्ताँ,

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जयपुर 21.09.21।(निक क्राइम) दिन दहाड़े सूतमील कॉलोनी बनीपार्क में चाय की थड़ी पर चार अज्ञात व्यक्तियों ने हथियारों से लैस होकर अजय यादव पर फायर किया। गोली लगने से घायल अजय यादव अपनी जान बचाने उतर कर भागा तो बदमाशों उसका पीछा कर पुनः फायर किये तथा घायल अजय यादव को निचे गिराकर उसके सिर पर बड़े पत्थर से वार कर कुचल कर बर्बरता पूर्वक हत्या कर दी। बाद वारदात चारों हमलावर दो एक्टिवा स्कूटर पर बैठकर मौके से फरार हो गये। उक्त सूचना पर पुलिस थाना बनीपार्क पर मुकदमा नम्बर 132/21 धारा 143, 147, 148, 149, 34,302 आईपीसी एवम् धारा 3/25 आयुध अधिनियम में पंजीबद्ध किया गया।
वारदात के खुलासे के लिए गठित टीम: अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम श्री अजयपाल लाम्बा ने बताया कि पूर्व में इस सनसनीखेज व योजनाबद्ध तरिके से किये गये बलाईन्ड मर्डर की वारदात का खुलासा करते हुये (1) जयराज सिंह (2) प्रवीण कुमार उर्फ पवन यादव (3) जयसिंह यादव (4) राजेन्द्र यादव उर्फ टिल्लू को गिरफ्तार किया जा चुका है। हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार शूटर्स थे। इन चार शूटर्स में मुकेश यादव हिस्ट्रीशीटर (थाना वैशाली नगर), विरेन्द्र चौधरी उर्फ बिल्लू, आशीष शेखावत उर्फ अक्षय सिंह व एक अज्ञात अपराधी शामिल थे। चारो शूटर्स तेज तर्रार व प्रोफेशनल आपराधिक किस्म के मुल्जिम थे जो किसी भी प्रकार के मोबाईल फोन व इलेक्ट्रानिक संचार माध्यमों का उपयोग नहीं कर रहे थे। घटना के पश्चात अपने मोबाईल स्वीच ऑफ कर फरार चल रहे थे। इन फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस आयुक्त जयपुर के निर्देशानुसार अपराधियों की धरपकड़ के लिए रामसिंह अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के निर्देशन में डीएसटी जयपुर पश्चिम तथा पश्चिम जिले के थानों के तेज तर्रार व पारंगत पुलिस कर्मियों को शामिल किया जाकर चार विशेष टीम बनाई गई।

विशेष पुलिस टीमें
1. नरेश कुमार, पुलिस निरीक्षक, थानाधिकारी बनीपार्क जयपुर। 1. नरेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक पुलिस थाना बनीपार्क जयपुर
2. महेन्द्र सिंह हैड़ कानि नम्बर 858 पुलिस थाना बनीपार्क जयपुर ।
3. जगदीश कानि नम्बर 7392 पुलिस थाना बनीपार्क जयपुर
4. राजेश कुमार कानि. 8646 पुलिस थाना बनीपार्क जयपुर।
5. मनोज कुमार कानि 8841 पुलिस थाना बनीपार्क जयपुर।
6. दिनेश शर्मा कानि नम्बर 10957 कार्यालय पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम)
2. नरेन्द्र खींचड़ पुलिस निरीक्षक, प्रभारी डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
1. नरेन्द्र सिंह हैड़ कानि नम्बर 2065 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
2. हरिराम हैड़ कानि नम्बर 1665 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
3. सुनिल कुमार हैड़ कानि. 2066 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
4. प्रकाश चन्द हैड़ कानि. 2063 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
5. प्रवीण कुमार कानि नम्बर 8947 डीएसटी जयपुर (पश्चिम) 6. भाग्य वर्धन सिंह कानि, नम्बर 10879 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
7. संदीप कुमार कानि नम्बर 8797 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
3. वासुदेव सिंह उपनिरीक्षक पुलिस थाना चित्रकूट जयपुर।
1. रणवीर हैड़ कानि. पुलिस थाना चित्रकूट जयपुर।
2. मनोज कुमार हैड़ कानि 1160 पुलिस थाना सदर जयपुर 3. श्री अमित कुमार हैड़ कानि. पुलिस थाना करधनी।
4. राजेन्द्र सिंह कानि नम्बर 6075 डीएसटी जयपुर (पश्चिम) 5. श्री रामेश्वर कानि, नम्बर 6310 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
6. भरत कानि नम्बर 9169 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
7. अजेन्द्र कानि. पुलिस थाना करधनी जयपुर। 8. श्री गंगाराम कानि. 3520 पुलिस थाना सिंधीकैम्प जयपुर
4. राजेश कुमार उपनिरीक्षक पुलिस थाना वैशाली नगर जयपुर।
1. रामसिंह हैड़ कानि 2047 पुलिस थाना सदर जयपुर (पश्चिम)
2. सुरेन्द्र सिंह कानि, नम्बर 9049 पुलिस थाना वैशाली नगर जयपुर
3. आशीष कानि नम्बर 10939 पुलिस थाना वैशाली नगर जयपुर।
4. मोतीलाल कानि. 9694 पुलिस थाना सेज जयपुर ।
5. कृष्ण कानि. 4544 पुलिस थाना भांकरोटा 6. श्री महेन्द्र कानि, पुलिस थाना हरमाड़ा।
जयपुर
7. मोहम्मद इस्लाम कानि. 7656 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
8. लाल सिंह कानि नम्बर 10086 डीएसटी जयपुर (पश्चिम)
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वारदात का षडयंत्र व तैयारी:- पुलिस उपायुक्त श्री प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि प्रदीप यादव हिस्ट्रीशीटर के दिनांक 08.03.2020 को हिमांशु जांगिड़ व बन्टी शर्मा द्वारा गोली मारने के कारण प्रदीप यादव का पेट से नीचे का हिस्सा पेरालाईज हो गया था, जिससे प्रदीप व मुकेश यादव ने उक्त वारदात अजय यादव के द्वारा करवाये जाने की परिकल्पना कर अपनी दुश्मनी की खाई और गहरी कर ली। बदमाश विरेन्द्र चौधरी उर्फ बिल्लू करीब 6 गंभीर आपराधिक प्रकरणों में प्रदीप यादव का केसवार रहा है जो प्रदीप यादव को अपना गॉड फादर मानता है। अजय यादव की हत्या की कार्य योजना प्रदीप यादव के निवास स्थान पर रची गई। इस साजिश में प्रदीप यादव के साथ हुई वारदात का बदला लेने के लिए प्रदीप का दोस्त मुकेश यादव (पुलिस थाना वैशाली नगर का हिस्ट्रीशीटर), प्रदीप का केशवार साथी विरेन्द्र चौधरी उर्फ बिल्लू, प्रदीप का पड़ोसी अक्षय सिंह उर्फ आशीष शेखावत, जयसिंह यादव, प्रवीण कुमार उर्फ पवन व कुछ अन्य लोग शामिल हुये तथा अजय यादव की हत्या का षड्यंत्र रचा गया। इस षड़यंत्र में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को वारदात को अंजाम देने के सम्बन्ध में कार्य व भूमिका प्रदीप यादव ने तय की।
वारदात के लिए रैकी का कार्य:- अजय यादव का निवास स्थान रेल्वे स्टेशन के पास बड़ौदिया
बस्ती में है जहां काफी भीड़ भाड़ रहती है। जिसकी के षड़यंत्र में प्रदीप यादव द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को सुपुर्द किये गये कार्यों के क्रम में बिल्लू चौधरी अपने दोस्त बलजिन्दर सिंह बावा (चौथा अज्ञात शूटर) से मिलकर उसे इस षड्यंत्र में शामिल कर लिया। दिनांक 04.09.21 को बलजिन्दर सिंह बावा जयपुर आ गया बिल्लू चौधरी के घर पर वारदात कारित करने की दिनांक तक रुका। बिल्लू चौधरी ने दिनांक 13.09.21 को अपने दोस्त आशीष शेखावत उर्फ अक्षय सिंह को मुम्बई से बुला लिया जो इस षड्यंत्र में पूर्व से ही शामिल था। इस वारदात में काम में ली गई दोनों स्कूटी बिल्लू चौधरी की थी तथा वारदात को कारित करने के लिए तीन पिस्टल व दो देशी कट्टों की व्यवस्था बिल्लू चौधरी व मुकेश यादव ने कर ली। मुकेश यादव के जीजा राजेन्द्र यादव को रैकी का कार्य सौंफा गया था! परन्तु परफेक्ट रैकी करने के लिए बिल्लू चौधरी ने अगस्त माह में जीपीएस ट्रैकर खरीदा। • अजय यादव की गाड़ी में जीपीएस लगाने का कार्य:- बिल्लू चौधरी ने अपने अमेजन कम्पनी से
एक जीपीएस ट्रेकर ऑन लाईन ऑर्डर कर मंगवाया था। जीपीएस ट्रैकर को अपने स्वयं के मोबाईल नम्बर 9829694700 पर एप डाऊनलोड़ कर अजय के नाम से एक्टिवेट करवाया तथा ट्रेकर को साथ रखकर उसकी एक्यूरेसी को चैक किया। बिल्लू चौधरी ने बलजिन्दर सिंह बावा व अक्षय सिंह को मृतक अजय यादव का घर दिखाया तथा उन्हें जीपीएस ट्रैकर देकर उसकी स्कार्पियो गाड़ी में लगाने का दायित्व सौंफा। इन दोनों द्वारा दो दिन तक काफी प्रयास करने के बावजूद भी अजय यादव की
गाड़ी पर जीपीएस लगाने सफल नहीं हो पाये। उसके पश्चात बिल्लू चौधरी व बलजिन्दर सिंह बावा ने उक्त जीपीएस ट्रेकर को अजय यादव की गाड़ी में लगाने की अन्य कार्य योजना बनाई जिसके तहत आशीष शेखावत उर्फ अक्षय सिंह व बलजिन्दर सिंह बावा ने दिनांक 16.09.21 को रात्रि को अजय यादव के घर के सामने स्थित होटल में एक कमरा किराये पर लिया तथा ऐसा कमरा लिया जिसकी खिड़की में से अजय यादव का घर साफ साफ नजर आ रहा था। दिनांक 17.09.21 को रात्रि 3 बजे दोनों ने मिलकर अजय यादव की स्कार्पियो गाड़ी नम्बर RJ-14-UE-2871 में जीपीएस ट्रेकर वाहन के नीचे चैचिस के पास लगा दिया। जीपीएस ट्रेकर एक बार चार्ज करने के पश्चात करीब 20-30 दिन तक लगातार बिना चार्ज किये कार्य करता है। जीपीएस ट्रैकर के नीचे लगे मैगनेटिक स्टीक के कारण किसी भी वाहन पर आसानी से छिपाकर लगाया जा सकता है। बिल्लू चौधरी के मोबाईल पर इस जीपीएस ट्रेकर के माध्यम से इस गाड़ी की लगातार लोकेशन मिल रही थी। प्रतिदिन उक्त चारों सेन्ट्रल पार्क, बनीपार्क स्थित बर्ड पार्क व स्पेश सिनेमा के सामने शराब की दुकान पर बैठकर उसकी लोकेशन लेकर गाड़ी का पिछा करते थे लेकिन गाड़ी में अजय यादव के साथ कभी उसके परिवार के लोग तो कभी दोस्त व अन्य लोगों के होने के कारण वारदात को अंजाम नहीं दे पा रहे थे।

    वारदात के लिए वाहनों का उपयोग: अजय यादव की हत्या के लिए आने जाने के लिए दो वाहन की व्यवस्था बिल्लू चौधरी ने की जिसमें एक वाहन एक्टिवा स्कूटर नम्बर RJ-14-QJ- 9703 जो
    बिल्लू चौधरी के पास पहले से ही था तथा दूसरा एक नया एक्टिवा स्कूटर वारदात के लिए ही बिल्लू चौधरी ने दिनांक 16.09.21 को खरीद लिया जिसकी नम्बर प्लेट भी नहीं लगी हुई थी।
    अजय यादव की हत्या करने की दिनांक 21.09.21 का घटनाक्रमः- दिनांक 21.09.21 को आशीष शेखावत ने मुकेश यादव को नई एक्टिवा स्कूटी पर उसके घर से लिया व बिल्लू चौधरी व बलजिन्दर सिंह बावा बिल्लू के घर से एक्टिवा पर रवाना होकर प्रातः सेन्ट्रल पार्क में एकत्रित हो गये तथा समय करीब 12.30 पी.एम पर अजय यादव अपने घर से जैसे ही निकला उसकी सूचना गाड़ी के जीपीएस की लोकेशन से बिल्लू चौधरी के मोबाईल पर आ गई। लोकेशन का पीछा करते हुये चारों सूतमील कॉलोनी में आ गये तथा एक्टिवा अजय यादव की गाड़ी के पास जाकर चारों ने अंधाधुन्ध फायरिंग कर व वजनी पत्थर से अजय यादव का सिर कुचलकर निर्मम हत्या कर दी। तत्पश्चात चारों दोनों एक्टिवा स्कूटर पर बैठकर मौके से फरार चिंकारा केन्टीन, पानीपेच चौमू पुलिया, मुरलीपुरा, वैधजी का चौराहा होते हुये आशीष शेखावत व बिल्लू चौधरी मुकेश यादव व बलजिन्दर को रास्ते में उतारकर दोनों स्कूटी लेकर सीतारामपुरी पहुंच गये। मुकेश यादव व बलजिन्दर रोड़ न. 14 से बस पकड़ कर सीकर की तरफ चले गये तथा आशीष शेखावत व बिल्लू चौधरी सीतारामपुरी में दोनों एक्टिवा छोड़कर वहां से रवाना होकर रास्ते में कपड़े बदलने के पश्चात धाबास, 200 फिट बाईपास होते हुये दिनांक 21.09.21 की शाम को अजमेर पहुंच गये जहां रात्रि विश्राम किया। दिनांक 22.09.21 को अजमेर से रवाना होकर पाली चले गये व पाली में एक होटल में दिनांक 22 व 23.09.21 तक रुके। पाली से रवाना होकर दिनांक 24.09.21 को दिन में गुड़गांव चले गये व रात्रि में गुड़गांव में रुककर शाहजहांपुर पहुंचे वहां पहुंचकर प्रवीण कुमार उर्फ पवन यादव को फोन कर शाहजहांपुर बुलाया जिस पर प्रवीण कुमार उर्फ पवन यादव अपनी मोटरसाईकिल से शाहजहांपुर पहुंचा व उनको अपने साथ लेकर नारनौल स्थित अपने घर ले आया तथा दिनांक 25 से 28 सितम्बर 2021 तक अपने घर पर रखा। प्रवीण कुमार उर्फ पवन यादव व जयसिंह यादव द्वारा मुल्जिमों की आर्थिक सहायता की तथा प्रवीण यादव अपनी मोटरसाईकिल से दोनों को रेवाड़ी छोड़कर आ गया। दिनांक 27.09.21 को पुलिस टीमों द्वारा नारनौल में दबीश दी गई जहां मुल्जिमों व पुलिस के आमना सामना होता उससे कुछ समय पूर्व ही मुल्जिमान फरार होने में कामयाब हो गये तथा दिनांक 29.09.21 को हरिद्वार पहुंच गये तथा उसके बाद दिनांक 13.10.21 तक दोनों ने हरिद्वार, ऋषिकेश व विभिन्न स्थानों पर फरारी काटी।
    अपराधियों के सहयोगियों व आर्थिक मददगारों को चिन्हित करना वारदात कारित कर फरार हुये अपराधियों के आर्थिक सहयोग करने वालों की पुलिस टीमों द्वारा निगरानी करना शुरु करने व अपराधियों का टीमों द्वारा प्रभावी निगरानी तथा मुल्जिमान का लगातार पिछा करने के कारण अपराधियों के पास फरारी के लिए उपलब्ध धनराशि समाप्त होने के कारण फरारी के लिए राशि की व्यवस्था करने के लिए विरेन्द्र चौधरी उर्फ बिल्लू व आशीष शेखावत उर्फ अक्षय सिंह जयपुर आये
    जिनके बारे में पुख्ता सूचना प्राप्त होने पर पुलिस टीम के द्वारा दोनों को दिनांक 14.10.21 को लालचन्दपुरा गांव ईलाका थाना करधनी में घेरा डालकर पकड़ गया। * गिरफ्तार मुल्जिमान
    1. आशीष शेखावत उर्फ अक्षय सिंह पुत्र स्व. दशरथ सिंह जाति राजपूत उम्र 28 वर्ष जन्म दिनांक 26.07.1992 निवासी गांव ड्योडी पुलिस थाना फुलेरा जिला जयपुर ग्रामीण हाल किरायेदार प्लॉट नम्बर 9 तारानगर खातीपुरा रोड़ झोटवाड़ा जयपुर (मुख्य शूटर) (दिनांक 14.10.21 को गिरफ्तार )
    2. विरेन्द्र चौधरी उर्फ बिल्लू पुत्र लच्छूराम जाति जाट उम्र 39 वर्ष जन्म दिनांक 01.07.1983 निवासी गांव चैनपुरा बड़ा पुलिस थाना सिद्धमुख जिला चुरु हाल मकान नम्बर ए-33 हस्तिनापुरा कॉलोनी, महाराणा प्रताप मार्ग, पांच्यावाला पुलिस थाना करणीविहार जयपुर (मुख्य शूटर) (दिनांक 14.10.21 को गिरफ्तार) मुल्जिम मुकेश यादव पुत्र मोहन लाल यादव द्वारा आत्महत्या कर लेना: प्रकरण में मुल्जिम मुकेश यादव की तलाश व दवीशों के दौरान उसके रिश्तेदारों द्वारा उसकी कोई आर्थिक सहायता व शरण नहीं दिये जाने के फलस्वरूप दिनांक 14.10.21 को मुकेश यादव ने अपने मामा की बेटी के घर जाकर फंसे से लटक कर आत्महत्या कर ली। उसकी आत्मा हत्या के सम्बन्ध में पुलिस थाना चौमूं पर मर्ग पंजीबद्ध किया गया है। अनुसंधान कार्य:- प्रकरण में गिरफ्तारशुदा मुल्जिमान से वारदात में प्रयुक्त हथियारों वाहनों की बरामदगी व अन्य मुल्जिमों की गिरफ्तारी की जानी शेष है। प्रकरण का अनुसंधान रामसिंह अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) के सुपरवीजन में अनुसंधान अधिकारी नरेश कुमार पुलिस निरीक्षक द्वारा किया जा रहा है। गिरफ्तारशूदा मुल्जिमान से अनुसंधान किये जाने पर वारदात में शामिल चौथे अपराधी बलजिन्दर सिंह बावा पुत्र मेजर सिंह निवासी पंजाब की पहचान हुई जिसको भी प्रकरण में नामजद कर लिया गया।
    वारदात में शामित शेष अपराधी बलजिन्दर सिंह बाबा की धर पकड़ हेतु विशेष टीम को पंजाब भेजा गया है।