नोटिस मिलने के बाद आजकल अवैध निर्माण का कार्य तेजी से शुरू कर देते हैं :-सुरेश चौधरी, नगर निगम की प्रणाली पर खुद ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहे हैं, उपायुक्त एमडी जोन,,, नंबर 393,गली नंबर 2 राजा पार्क,का मामला,,, एम डी जोन का हाल है बेहाल, मुखिया व कोई भी कर्मचारी कभी नहीं उठाते फोन,,,कब आते हैं, कब जाते हैं ?

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जयपुर 7जुलाई 2020।(निक विशेष)गौरतलब है कि निगम द्वारा विगत 1 महीने में 2 नोटिस तालीम कराने के बावजूद भी अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है, शिकायतकर्ता बार-बार एमडी जॉन के चक्कर काट रहा है पर उपायुक्त के सर पर जूं तक नहीं रेंग रही। सूत्रों की माने तो उपायुक्त और अवैध निर्माण करता के बीच सांठगांठ की बू आ रही है।
दो नोटिस के बावजूद गार्ड बैठाने की सिफारिश भी कर दी गई पर उस कागज को सुरेश चौधरी अभी तक दबाये हुए हैं,इस बाबत मुख्यालय में विराजे आला अफसर अरुण गर्ग से बात हुई 5 दिन पहले,तो उन्होंने आश्वस्त किया कि वह सुरेश चौधरी से बात करेंगे लेकिन अवैध निर्माणकर्ता को किसी का कोई भय नहीं है वह सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए आज की ताजा स्थिति में तीसरे माले की छत डाल रहा है ।
अब सवाल यह उठता है जयपुर जैसे महानगर के पॉश इलाके राजा पार्क में अगर इस तरह सरकारी आदेशों को दरकिनार कर अवैध निर्माण जारी रहेगा तो फिर नगर निगम की बॉडी का क्या औचित्य क्यों डीसी मोती डूंगरी जोन अपने कर्तव्य से विमुख हो रहे हैं और सरकारी आदेशों की पालना कराने में असमर्थ है।
इससे साफ जाहिर होता है की पूरी दाल ही काली है मोती डूंगरी जोन के जेईएन मिस्टर सोनी से जब बात हुई तो उन्होंने कहा यह पहला मामला है जब नोटिस देने के बाद अवैध निर्माणकर्ता नगर निगम दफ्तर में अपनी सफाई देने तक नहीं आया ।
इसका आशय साफ है की ऊपरी मिलीभगत के चलते अवैध निर्माण कर्ता बे फ़िक्र है, क्योंकि जब सैंया भए कोतवाल तो डर किस बात का।लगता है,नगर निगम का कोई धणी धोरी नहीं है ।
अरुण गर्ग व आला अफसरों से अपील है कि इस पर तुरंत कार्रवाई कर मकान नंबर 393 गली नंबर 2 राजा पार्क के अवैध निर्माण को रुकवाये और पूरी बिल्डिंग को सीज करें ।
हालांकि शिकायतकर्ता अनुसार अवैध निर्माण की शुरुआती प्रक्रिया से लेकर तीसरी माले के छत डालने तक की पूरी रिकॉर्डिंग उनके पास है। आश्चर्य की बात है कि जब यह रिकॉर्डिंग डिटेल्स एम डी जॉन उपायुक्त सुरेश चौधरी को व्हाट्सएप पर भेजी गई तो उन्होंने शिकायतकर्ता को ब्लॉक कर दिया।

इससे क्या मतलब निकाला जाए मतलब साफ है कि आमजन दर-दर की ठोकरें खाता रहे और अवैध निर्माण कर्ता से सांठगांठ से उसका निर्माण करवा दिया जाए । शिकायतकर्ता ने न्यू इंडिया खबर से कहा कि अब उसका जॉन नगर निगम से विश्वास उठ गया है और वह सारे सबूतों के साथ, सारे डेवलपमेंट के साथ कोर्ट में रिट लगा चुका है बस उसे तारीख मिलने का इंतजार है,,,

SunnyAtrey editor Newindia khabar
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