** कुल 87 सदिग्ध केसेज आए और इनमें 21 की पुष्टि की गई और उनका इलाज फोर्टिस हॉस्पिटल में किया जा रहा है ( 29 मार्च, 2020 तक)
** कोविड़-19 मरीजों के लिए 262 आईसोलेशन वार्ड स्थापित किए है,,
एसएलआर डायग्नोसिस विभिन्न स्थानों पर कोविड-19
सैम्पल्स की जांच कर रहा है,,,
जयपुर 30 मार्च 2020।(निक चिकित्सा) भारत के अग्रणी हैल्थकेयर सोलूशन्स प्रोवाइडर फोर्टिस हैल्थकेयर ने, कोविड-19 मरीजों के इलाज की चुनौतियों का सामना करने के लिए 360 डिग्री एक्शन प्लान शुरू किया है जिसके तहत इनिशिएटिव्स की शुरूआत की गई है। जैसा कि पूरे देश ने इस महामारी को हरा दिया है, फोर्टिस ने देश भर के अपने 28 अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए हैं और कुल 262 आइसोलेशन बेड कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए तैयार किए गए हैं। फोर्टिस की मेडिकल टीम पहले ही कोविड-19 के 21 पॉजिटिव के सेज का इलाज करने के साथ ही विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 87 संदिग्ध मरीजों की चिकित्सा करने में जुटी है। खुशी की बात यह है कि दो कोविड-19 पॉजिटिव केसेज का फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरूग्राम में सफलता पूर्वक इलाज कर आज उन्हें इंस्टीट्यूट से डिस्चार्ज कर दिया गया है। पूरे अस्पताल नेटवर्क में आइसोलेशन बैड़ की क्षमता जरूरत के अनुसार है और आवश्यकता के अनुसार इनमें बढ़ोतरी का प्रावधान है।
कोविड-19 मरीजों के इलाज की तैयारियो के बारे मे जानकारी देते हुए फोर्टिस हैल्थकेयर के सीईओ एवं एमडी डॉ आशुतोष रघुवंशी ने बताया ‘‘फोर्टिस इन चुनौतीपूर्ण समय में देश की जरूरतों का समर्थन करने के लिए तैयार है। हमें आशा है कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 21 दिनों के दूरदर्शी लॉकडाउन के कदम कोविड-19 की इस श्रृंखला को तोड़ने में मददगार होगी। इसी के साथ , हम केन्द्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि चुनौती को पूरा करने के लिए आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों के साथ आइसोलेशन और महत्वपूर्ण देखभाल बेड के बुनियादी ढांचे को तैयार किया जा सके। हम लगातार विकट हालात की निगरानी कर रहे हैं और बैड्स की उपलब्धता का विस्तार करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, स्थिति को उसी की आवश्यकता होनी चाहिए। हम अपने डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।‘‘
फोर्टिस अस्पताल, जयपुर ने 1 मार्च 2020 को देश में कोविड-19 के पहले कुछ मामलों का निदान किया, जब एक इतालवी नागरिक को भर्ती किया गया था। तब से, भारत भर में 28 अस्पतालों का इसका नेटवर्क कुशलतापूर्वक अपने अस्पतालों की कुशलता और क्षमता बढ़ा रहा है ताकि इस महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के बाकी हिस्सों के साथ अस्पताल की श्रृंखला कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हो सके। एक ‘‘3-स्तरीय कोविड रक्षा संरचना‘‘ सभी फोर्टिस अस्पतालों में की गई है जो विशुद्ध स्क्रीनिंग, बुखार (फ्लू) क्लीनिक और रोगी-आइसोलेशन सुविधाओं के साथ है। फोर्टिस जिला और राज्य स्तर पर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ गहनता से बातचीत कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र में स्वास्थ्य प्राधिकरणों के लिए फोर्टिस अपने उन स्थानों पर अपनी सेवाएं दे रहा है।
कोविड-19 से निपटने के लिए सामाजिक दूरी और परीक्षण ही एकमात्र आधार है। एसआरएल डायग्नोस्टिक्स, फोर्टिस की डायग्नोस्टिक्स कम्पनी है जो देश की कोविड-19 परीक्षण क्षमता को बढ़ाने के लिए सरकार और इण्डियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर काम कर रही है। इसके अलावा दो क्लीनिकल लैब गोरेगांव (मुम्बई) और गुरूग्राम (दिल्ली एनसीआर) में कार्यरत हैं, जिन्हें सैम्पल एकत्र करने के लिए बीएसल 2 के साथ एनएबीएल और सीएपी प्रमाणपत्र प्राप्त है, इन प्रयोगशालाओ ने दिल्ली, गुरूग्राम और मुम्बई में परीक्षण भी आरंभ कर दिया है। इन दोनों प्रयोगशालाओं में देश के बाकी हिस्सों को पूरा करने की क्षमता है।
अपनी बात को विराम देते हुए डॉ रघुवंशी ने कहा ‘‘कोविड-19 से निपटने के लिए आज हर संभव सहयोग और समर्थन की नितान्त आवशकता है। इस मुद्दे से निपटने के लिए एक मजबूत दृष्टिकोण तैयार करने में सरकार को इतना सक्रिय देखना बहुत प्रेरणादायक है। देश भर में एक राष्ट्रीय मौजूदगी के साथ, फोर्टिस हेल्थकेयर को इस दुर्जेय रोग को समाप्त करने का एक अभिन्न अंग होने पर गर्व करते हैं।‘‘