आर्यिका संघ का झोटवाड़ा में भव्य मंगल प्रवेश, नृत्यगीत और जयकारों से गूंजा शहर
जयपुर 30 दिसम्बर 2018 ।(NIKsocial)रविवार को शहर की सड़कों पर एक बार फिर श्रद्धा और भक्ति का अनूठा सैलाब देखने को मिला अवसर था गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ का झोटवाडा में मंगल प्रवेश जो शास्त्री नगर दिगम्बर जैन मंदिर से प्रातः 7 बजे प्रारम्भ हुआ और 10 बजे झोटवाड़ा दिगम्बर जैन मंदिर पर जाकर सम्पन्न हुआ।
मन्दिर समिति अध्यक्ष निर्मल पांड्या ने बताया कि आर्यिका संघ ने शास्त्री नगर से विहार प्रारम्भ कर विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी और पटेल नगर (झोटवाड़ा) के दर्शन करते हुए झोटवाड़ा की मानसरोवर कॉलोनी में मंगल प्रवेश सम्पन्न किया। इससे पूर्व आर्यिका संघ की अगवानी में श्रद्धा-भक्ति का सैलाब उमड़ा और जगह – जगह श्रद्धालुओ ने आर्यिका संघ की पाद प्रक्षालन व आरती कर अगवानी की। इस दौरान झोटवाड़ा जैन समाज ने लता सिनेमा के पास आर्यिका संघ की बैंड-बाजों और जयकारों के साथ अगवानी की यहां से मंगल प्रवेश यात्रा भव्य शोभायात्रा के साथ मानसरोवर कॉलोनी की और बड़ी जिसमे भक्तगणों ने नृत्यगीत और जयकारों के साथ झोटवाड़ा का वातावरण आर्यिका संघ की भक्तिमय रंग में सरोबर कर दिया।
मानसरोवर कॉलोनी प्रवेश के दौरान महिला मंडल ने मंगल कलशों, पुष्प वर्षा, पाद प्रक्षालन व आरती के साथ अगवानी की और मन्दिर में प्रबन्ध समिति के पदाधिकारियों द्वारा अगवानी की गई।
मंत्री धीरज पाटनी ने बताया कि आर्यिका संघ झोटवाड़ा में भव्य मंगल प्रवेश सम्पन्न हुआ, इस दौरान समाजसेवी विनोद बाकलीवाल, अभिषेक जैन बिट्टू, नरेंद्र पाटनी, सतीश कासलीवाल, पूर्व अध्यक्ष राजीव पाटनी, पूर्व मंत्री पवन पांड्या, राजेश सेठी, एकेंद्र जैन, कुलदीप छाबड़ा, पुलकित लुहाड़िया, ऋषभ जैन, संजय निमोडिया सहित शास्त्री नगर, मानसरोवर, झोटवाड़ा, विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी, चोडा रास्ता जैन समाज एवं अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ व पांडव ग्रुप के पदाधिकारियों ने भाग लिया ।आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ने प्रातः 10 बजे झोटवाड़ा जैन मंदिर में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि ” आज इंसान की धारणा हो गई है कि स्वयं में बदलाव हो या ना हो लेकिन दूसरे में अवश्य बदलाव हो, जो इंसान जैसी धारणा रखता है उसे वेसे परिणाम भोगने होते है, अगर धारणाओ में परिवर्तन लाना है तो पहले हमें स्वयं को बदलना चाहिए तब जाकर आप दूसरों की धारणाओं में बदलाव ला सकते है। बिना स्वयं में बदलाव के अगर दूसरों में परिवर्तन की भावना भाओगे तो निराशा ही हाथ लगेगी। इसलिए बेहतर है दूसरों को बदलने का फेर छोड़कर के स्वयं की जिंदगी का आनंद लेना है तो परिवर्तन की शुरुवात स्वयं से करे, आज आप सामने वाले कि चीज नापसंद करते है तो क्या सामने वाला आपकी कोई चीज पसंद कर लेगा। ठीक उसी प्रकार आमने और सामने एक नही हो सकते तब तक बदलाव भी नही हो सकता है, बदलाव के लिए दोनों तरफ झुकाव होना अतिआवश्यक है।
सोप्रेस विज्ञप्ति दिनांक 30 दिसम्बर 2018
आर्यिका संघ का झोटवाड़ा में भव्य मंगल प्रवेश, नृत्यगीत और जयकारों से गूंजा नगर
लोगो की धारणा नही, स्वयं को बदले – आर्यिका विज्ञाश्री
जयपुर। रविवार को शहर की सड़कों पर एक बार फिर श्रद्धा और भक्ति का अनूठा सैलाब देखने को मिला अवसर था गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ का झोटवाडा में मंगल प्रवेश जो शास्त्री नगर दिगम्बर जैन मंदिर से प्रातः 7 बजे प्रारम्भ हुआ और 10 बजे झोटवाड़ा दिगम्बर जैन मंदिर पर जाकर सम्पन्न हुआ।
मन्दिर समिति अध्यक्ष निर्मल पांड्या ने बताया कि आर्यिका संघ ने शास्त्री नगर से विहार प्रारम्भ कर विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी और पटेल नगर (झोटवाड़ा) के दर्शन करते हुए झोटवाड़ा की मानसरोवर कॉलोनी में मंगल प्रवेश सम्पन्न किया। इससे पूर्व आर्यिका संघ की अगवानी में श्रद्धा-भक्ति का सैलाब उमड़ा और जगह – जगह श्रद्धालुओ ने आर्यिका संघ की पाद प्रक्षालन व आरती कर अगवानी की। इस दौरान झोटवाड़ा जैन समाज ने आर्यिका संघ की बैंड-बाजों और जयकारों के साथ अगवानी की यहां से मंगल प्रवेश यात्रा भव्य शोभायात्रा के साथ मानसरोवर कॉलोनी की और बड़ी जिसमे भक्तगणों ने नृत्यगीत और जयकारों के साथ झोटवाड़ा का वातावरण आर्यिका संघ की भक्तिमय रंग में सरोबर कर दिया। मानसरोवर कॉलोनी प्रवेश के दौरान महिला मंडल ने मंगल कलशों, पुष्प वर्षा, पाद प्रक्षालन व आरती के साथ अगवानी की और मन्दिर में प्रबन्ध समिति के पदाधिकारियों द्वारा अगवानी की गई, जिसके पश्चात आर्यिका संघ दर्शन किये और आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ने संबोधन किया।
मंत्री धीरज पाटनी ने बताया कि आर्यिका संघ झोटवाड़ा में भव्य मंगल प्रवेश सम्पन्न हुआ, इस दौरान समाजसेवी विनोद बाकलीवाल, अभिषेक जैन बिट्टू, नरेंद्र पाटनी, सतीश कासलीवाल, पूर्व अध्यक्ष राजीव पाटनी, पूर्व मंत्री पवन पांड्या, राजेश सेठी, एकेंद्र जैन, कुलदीप छाबड़ा, पुलकित लुहाड़िया, ऋषभ जैन, संजय निमोडिया सहित शास्त्री नगर, मानसरोवर, झोटवाड़ा, विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी, चोडा रास्ता जैन समाज एवं अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ व पांडव ग्रुप के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।
*स्वयं में हो बदलाव – आर्यिका श्री*
गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ने प्रातः 10 बजे झोटवाड़ा जैन मंदिर में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि ” आज इंसान की धारणा हो गई है कि स्वयं में बदलाव हो या ना हो लेकिन दूसरे में अवश्य बदलाव हो, जो इंसान जैसी धारणा रखता है उसे वेसे परिणाम भोगने होते है, अगर धारणाओ में परिवर्तन लाना है तो पहले हमें स्वयं को बदलना चाहिए तब जाकर आप दूसरों की धारणाओं में बदलाव ला सकते है। बिना स्वयं में बदलाव के अगर दूसरों में परिवर्तन की भावना भाओगे तो निराशा ही हाथ लगेगी। इसलिए बेहतर है दूसरों को बदलने का फेर छोड़कर के स्वयं की जिंदगी का आनंद लेना है तो परिवर्तन की शुरुवात स्वयं से करे, आज आप सामने वाले कि चीज नापसंद करते है तो क्या सामने वाला आपकी कोई चीज पसंद कर लेगा। ठीक उसी प्रकार आमने और सामने एक नही हो सकते तब तक बदलाव भी नही हो सकता है, बदलाव के लिए दोनों तरफ झुकाव होना अतिआवश्यक है, जो झुक गया वो तर गया और अगर वाकई में बदलाव की मंशा रखते हो तो झुकने की ताकत भी रखनी होगी।
*भगवान चन्द्र पार्श्व जन्म व तप कल्याणक की पर्व संध्या पर णमोकार जाप्यनुष्ठान व दीपोर्चना*
सोमवार को मध्य रात्रि 11.15 बजे से 12.05 बजे तक झोटवाडा जैन समाज द्वारा गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ सानिध्य में वर्ष 2018 की भक्तिमय विदाई और वर्ष 2019 का आगमन भक्तिमय वातावरण के साथ किया जाएगा।
समिति उपाध्यक्ष राजेश सेठी ने बताया कि इस बार नववर्ष के अवसर पर अवसर मिला है कि जैन धर्म के दो तीर्थंकर भगवान का जन्म व तप कल्याणक पर्व का शुभवासर समाज को वर्ष के पहले दिन मनाने का अवसर मिला है। 1 जनवरी को चन्द्रप्रभ व पार्श्वनाथ भगवान का जन्म व तप कल्याणक दिवस भी श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर 31 दिसम्बर की मध्य रात्रि में भजन-भक्ति का आयोजन होगा और 1 जनवरी को प्रातः 7.15 बजे से जिनसहसनाम महाअर्चना विधान पूजन होगा इससे पूर्व श्रीजी के कलशाभिषेक व शन्तिधारा का आयोजन होगा।
ससोमवार को मध्य रात्रि 11.15 बजे से 12.05 बजे तक झोटवाडा जैन समाज द्वारा गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ सानिध्य में वर्ष 2018 की भक्तिमय विदाई और वर्ष 2019 का आगमन भक्तिमय वातावरण के साथ किया जाएगा।
समिति उपाध्यक्ष राजेश सेठी ने बताया कि इस बार नववर्ष के अवसर पर अवसर मिला है कि जैन धर्म के दो तीर्थंकर भगवान का जन्म व तप कल्याणक पर्व का शुभवासर समाज को वर्ष के पहले दिन मनाने का अवसर मिला है। 1 जनवरी को चन्द्रप्रभ व पार्श्वनाथ भगवान का जन्म व तप कल्याणक दिवस भी श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर 31 दिसम्बर की मध्य रात्रि में भजन-भक्ति का आयोजन होगा और 1 जनवरी को प्रातः 7.15 बजे से जिनसहसनाम महाअर्चना विधान पूजन होगा इससे पूर्व श्रीजी के कलशाभिषेक व शन्तिधारा का आयोजन होगा।