साइबर क्राइम पर उदयपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 9 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

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* संगठित गिरोह का पर्दाफाश, जुआ-सट्टा और ऑनलाइन गेमिंग धोखाधड़ी में लिप्त अपराधी रंगे हाथ पकड़े गए

जयपुर । जिला पुलिस अधीक्षक उदयपुर योगेश गोयल के कड़े निर्देश पर साइबर अपराधों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत उदयपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। जिला स्पेशल टीम, थाना सविना और थाना सुखेर की संयुक्त टीमों ने दो अलग-अलग कार्रवाइयों में कुल 09 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी संगठित गिरोह बनाकर ऑनलाइन जुआ-सट्टा और धोखाधड़ी के माध्यम से अवैध रूप से धन अर्जित कर रहे थे।
*कार्रवाई 01: कमीशन पर साइबर ठगों को उपलब्ध कराते थे बैंक खाते*
पहली बड़ी कार्रवाई थाना सविना क्षेत्र में 26 नवम्बर को की गई, जिसमें पुलिस ने 06 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार गिरोह के मुख्य सदस्यों में सुधीर कालरा (42) व मनीष कालरा (40) निवासी सविना , यजत साधवानी (42) निवासी भूपालपुरा, कैदार बागडी (37) निवासी हिरणमगरी उदयपुर, सुदेश मीणा (23) निवासी खेड़ली अलवर और सागर सामरिया (29) निवासी भेस्तान जिला सूरत गुजरात शामिल हैं। इस टीम ने विभिन्न खाताधारकों से कमीशन पर लिए गए 32 पासबुक, 16 चैक बुक और 73 एटीएम कार्ड जब्त किए। साथ ही अपराध में इस्तेमाल हो रहे 25 मोबाइल और 1 लैपटॉप भी बरामद किया गया। यह गिरोह Pay Image Online App के माध्यम से ऑनलाइन जुआ-सट्टा की राशि खातों में मँगवाता था और हवाला के जरिए वापस भेजता था, जिससे मोटी कमीशन लेता था।
*कार्रवाई 02 : ऑनलाइन गेमिंग से ठगी करने वाला गिरोह हत्थे चढ़ा*
दूसरी कार्रवाई में थाना सुखेर पुलिस और डीएसटी ने गुरुवार 27 नवम्बर को प्रियदर्शनी नगर बेदला में एक अन्य संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया। यहां से 03 अभियुक्तों राजन वैष्णव (33) व नीनाद वैष्णव (24) निवासी सुखेर और रिदम वैष्णव (27) निवासी सविना हाल सुखेर को गिरफ्तार किया गया। ये अपराधी ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर धोखाधड़ी करते थे। इनका तरीका लोगों से कमीशन पर बैंक खाते खरीदना, उन्हें आगे कमीशन पर देना और फिर धोखे से ऑनलाइन गेमिंग की राशि ट्रांसफर कराकर ठगी करना था। तीनों अभियुक्त वर्तमान में पुलिस रिमांड पर हैं, जिनसे उनके ठगी के तरीकों और खाताधारकों के संबंध में गहन पूछताछ की जा रही है।
*पुलिस ने दर्ज किए गंभीर मामले*
दोनों कार्रवाइयों में पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों से उनके सहयोगियों और अपराध में उनकी संलिप्तता के बारे में और जानकारी निकालने के लिए अग्रिम अनुसंधान जारी है।
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