वरिष्ठ पत्रकार सत्य पारीक ने मुख्यमंत्री के नाम खुला पत्र लिखकर बेबाकी से पत्रकार हितों की बात कही ,, पत्रकार कालोनी का सपना तोड़ेगे क्या ?

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जयपुर 18 अगस्त 2022।(निक विशेष) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सा ” मैं ये तो नहीं लिख सकता कि आपको याद नहीं होगा ? ” आपकी याददास्त बहुत तेज है लेकिन समयाभाव के कारण आप चाह कर भी कर याद नहीं कर पाते है । मैं आपका ध्यान आपकी पत्रकार कालोनी की घोषणा की तरफ दिलाना चाहता हूं । ये मामला हजारों मीडिया कर्मियों के परिवारों से जुड़ा है । जो आपके आश्वासन पर सपरिवार आशायमान है कि उन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव होने से पहले घर बनाने की भूमि आपकी सरकार देगी ।

लेकिन जो आज की तिथि में नई पत्रकार कालोनी की स्थित है उससे नहीं लगता कि चुनावी आचार संहिता लागू होने से पहले कोई कदम आपकी सरकार आपके वायदे को पूरे करने के लिए उठायेगी ।
मुख्यमंत्री महोदय पत्रकारों के हित में जो निर्णय राज्य के मुख्यमंत्रियों ने किये उनमें सबसे पहले आपका नाम लिया जाता है । जहां भी पत्रकारों का जमघट होता है वो चाहे राज्य में हो या बाहर हो यही कहा जाता है पत्रकारों के लिए तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसा होना चाहिए । आपने कोरोना के दौरान वरिष्ठ पत्रकारों को मासिक सम्मान देने से लेकर पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की है वो देश मे एक मिशाल है ।
जिसके लिये आपका कोटि कोटि धन्यवाद ।
एक बार फिर मैं आपका ध्यान पत्रकार कालोनी की और बड़े विश्वास के साथ दिला रहा हूं आप समय निकाल कर अधिकारियों को इस कार्य को पूरा करने के निर्देश जारी करे । हम चाहते 2023 के बाद ही आपकी सरकार बने जिसमें आप पत्रकार हित के बाकी काम भी कर सकें ।
आज जो पत्रकार कालोनी की स्थित है वो इस तरह है

    1. अभी तक कोई ज़मीन फाइनल ही नहीं है ।
    2. कालोनी के नियम भी तय नहीं हुये अब तक ।
    3. स्वायत शासन मन्त्री शान्ति धारीवाल ने अब तक इस सन्दर्भ में कोई मीटिंग नहीं ली है ना ही कोई आदेश निर्देश जारी किये हैं ।
    4. नये जेडीसी रवि जैन को तो नई पत्रकार कालोनी की कोई जानकारी ही नहीं है ।
    5. वरिष्ठ अधिकारी कुंजीलाल मीणा को आवास कमेटी के दो सदस्यो ने मुलाकात की तो उन्होंने कहा दिखवाते हैं क्या हो सकता ।
    6. आप ने तीन जनवरी 2022 को घोषणा की थी ।
    7. आपकी सरकार के पास बचा है केवल नौ महीने का समय। इस दौरान ज़मीन, नियम, आवेदन, छन्टनी, लोटरी का काम होना ।
    8. अगर आप इसी महीने अधिकारियों को निर्देश दें तो दो हजार के लगभग मीडिया कर्मियों को आवास मिल सकता है अन्यथा असम्भव होगा ।
    9 . पत्रकार नहीं चाहते कि नाइल पत्रकार कालोनी का अध्याय दोहराया जाए । जो आपने पत्रकारों को दी थी जिसमें सबकुछ ठीक ठाक हो गया लॉटरी तक निकल गई केवल पट्टे देने बाकी थे । इसी बीच चुनावी आचार संहिता लागू हो गई । दुर्भाग्य से आपकी सरकार चली गई , एक पत्रकार कालोनी को लेकर हाई कोर्ट चला गया , फिर इक्कलोजी जोन का चक्कर पड़ गया अन्ततः पूरी कालोनी रदद् हो गई ।
    10 . पत्रकार बिरादरी वैसी स्थिति से भयभीत है , आपको याद होगा पत्रकारों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चौथे साल के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया और प्रेसक्लब के आगे एक माह से ज्यादा दिनों का धरना दिया । जिसमें आप आए थे तब आपने वायदा किया था कि हमारी सरकार आने पर पत्रकारों की माँग पूरी की जाएगी ।
    11. आपने अपनी सरकार की तीसरी साल गिरह मनाने के समय प्रेस क्लब आए और पत्रकार कालोनी की फिर घोषणा करके गए । बाद में आवास समिति घटित की और एक दो मीटिंग के बाद ‘ गई भैंस पानी में ?.