मजदूर पिता की प्रेरणा से शिक्षक दुल्हे ने दहेज का सामान लौटा, एक रूपया शगुन का ले,किया विवाह,, वर के पिता अम्मालाल बैरवा ने कहा, चार बच्चों में से किसी का भी नही लेंगे दहेज, ग्रामीणों ने बताया सराहनीय कार्य,

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टोंक/निवाई 4 जुलाई।(निक सामाजिक))समाज में बढ़ती दहेज प्रथा के बीज सूकून देनी वाली ख़बर ये भी है कि आज किस तरह युवा पीढी़ शिक्षा व ढृढ इच्छा के बलबुते समाज में फैली कुरूतियों को दूर करने में लगे है। ऐसी ही एक बानगी देखने को मिली है टोंक जिले की निवाई तहसील के सूरतरामपूरा गांव निवासी शिक्षक राजकुमार की, जहा शिक्षक दुल्हे ने अपने मजदूर पिता की प्रेरणा से दहेज का सामान लेने से मना करते हुए एक मिसाल भी कायम की है।
राजकुमार ने बताया कि पूरा परिवार शुरूआत से ही इस प्रथा का विरोधी रहा है। विवाह से पूर्व भी दुल्हन पक्ष को दहेज लेने से मना किया गया लेकिन दुल्हन पक्ष ने फिर भी दहेज का सामान देने की इच्छा जाहिर की तो दुल्हे के पिता ने साफ तौर पर दहेज का सामान लेने से मना कर दिया और दहेज का सामान ससम्मान लौटा एक मिसाल कायम की है। इतना ही नहीं दुल्हन पक्ष ने घर के सामान व फर्नीचर हेतु भी केश देने की इच्छा जाहिर की लेकिन दुल्हे पक्ष द्वारा नकार दिया गया। इस अवसर पर ग्रामिणों ने भी इस पहल का जोरदार स्वागत करते हुए सराहनीय कार्य बताया है। गौरतलब है कि राजकुमार का विवाह शनिवार को कोटखावदा तहसील के त्रिलोकपुरा गांव निवासी ललिता के साथ सम्पन्न हुआ।

परिवार ने भी किया समर्थन :-

शिक्षक राजकुमार ने बताया कि पूरा परिवार शुरूआत से ही दहेज प्रथा के खिलाफ रहा है। विवाह के दौरान छोटे भाई इंजीनियर भवानी शंकर व फार्मासिस्ट नरेन्द्र ने भी इस पहल का समर्थन करते हुए इसे समाज के हित मे बताया है। इन्होने बताया कि यह प्रेरणा हमें हमारे मजदूर पिता अम्मालाल से ही मिली है। गौरतलब है कि अम्मालाल हरियाणा के पानीपत में भवन निर्माण कार्य से जुड़े है वही दुल्हा राजकुमार हरियाणा के कैथल में राजकीय विद्यालय में शिक्षक के तौर कार्यरत है।
चार बच्चों में किसी का भी दहेज नहीं लेने का लिया संकल्प :-
दुल्हे राजकुमार के पिता अम्मालाल ने बताया कि उनके चार बच्चें है और उन्होने संकल्प लिया है कि वे विवाह में वे किसी भी बच्चें का दहेज नहीं लेंगे साथ ही और को भी प्रेरित करेंगे। उन्हेने कहा कि इस तरह की पहल से ही समाज का उत्थान संभव है साथ ही सामाजिक कुरूतियों को खत्म करने का भी अवसर प्रदान करती है।