फिर शुरू हुआ, वरुण पथ एसीपी कार्यालय और थाना मानसरोवर के बीच में सट्टा,, जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का,, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एहसास हुआ कि मैं गृहमंत्री भी हूं तो कुछ दिनों पहले कर डाली पुलिस महकमे के साथ वीसी,उसी के मद्देनजर डीजीपी साहब की भी गहलोत के बाद,चितौडगढ मामले में,, पी एच क्यू है सख्त की हेडलाइंस मीडिया में चली, पर अफसोस मानसरोवर थाना और एसीपी कार्यालय के दो अफसरों पर जूं तक नहीं रेंगी, परिणाम,वरुण पथ सट्टे बाजार की ब्रांच खुल चुकी है पुलिया नंबर 51 द्रव्यवती नदी के पास,पान दुकान के पीछे , गोपालपुरा बायपास,न्यूआतिश मार्केट के दाएं ओर,, निर्लज्जता की हद ? ब्रांच मैनेजर है पंकज और मॉनिटरिंग कर रहा है नीचे तस्वीर में दिखाई दे रहा कारा,,

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जयपुर 22 जून 2021।(निक क्राइम) सुनिश्चित करें कि मानसरोवर इलाका आपराधिक एवं अवांछित गतिविधियों से पूर्ण रूप से मुक्त रहेगा। अपराधियों का गढ़ बना दिया है मानसरोवर और वरूण पथ के मार्केट को मच्छी बाजार।
आपको याद दिला दें 7 नवंबर2020 को न्यू इंडिया खबर ने एसीपी मानसरोवर कार्यालय व वरुण पथ मानसरोवर थाने के बीच में चल रहे खुलेआम जुए सट्टे व अवैध शराब की बिक्री की खबर दिखाई थी तथा उसी बाजार में स्थित खादी ग्रामोद्योग भंडार के व्यवस्थापक से भी न्यूइन्डिया खबर ने बात की थी।

यह तस्वीर वरूण पथ पर पुनः शुरू हुए सट्टे जुए की,,

7 नवम्बर 20 खबर दिखाने के बाद कार्रवाई हुई और कुछ दिनों बाद फिर से सट्टा शुरू हो गया फिर न्यू इंडिया ने दूसरी खबर 3 दिसम्बर20 को दिखाई जिसके परिणाम स्वरूप एसीपी मानसरोवर संजीव चौधरी ने वरिष्ठ पत्रकार सन्नी आत्रेय को उनके फोन पर धमकी दे डाली। धमकी में तू तडाक की भाषा का उपयोग करते हुए तू जहाँ है वहीं खत्म हो जायेगा,अपने गन्तव्य तक नही पहुंचा पाने,गड्डी चढ़ जाने,तेरी दुकान नही चलेगी,तू डी ग्रेड का पत्रकार है,चुतिया टाइप पत्रकार कई घूमते है आदि अपशब्दो का प्रयोग किया गया।
इसके प्रतिक्रिया स्वरूप व पत्रकारों की सुरक्षा की माँग को लेकर पीपीआई ने 9 जनवरी 2021 को विशाल धरना,शहीद स्मारक पर दिया तथा 14 फरवरी 2021 को सिविल लाइन्स फाटक तक शान्ति मार्च निकाल विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया।

पर वहीं ढाक के तीन पात,फिर कोरोना गाइडलाइन्स को धता बताते हुए उसी जगह उन्ही कारा जैसे लोंगो ने सट्टा शुरू कर रखा है और ताजुब्ब की सट्टे की एक और ब्रान्च खोल ली।
कौन है इसके पीछे,और क्योँ नही पुलिस आयुक्तालय इसका परमानेन्ट इलाज करती।

यह तस्वीर वरूण पथ सट्टा बाजार की ब्रांच की,51 नम्बर पुलिया,पान की दुकान के पीछे,,द्रव्यवती नदी के पास,थाना मानसरोवर,

गौर तलब है कि वरिष्ठ पत्रकार सन्नी आत्रेय ने मुख्यमंत्री को जयपुर कलेक्टर के माध्यम से 10 जून 2021 को अपनी व परिवार की सुरक्षा के मद्देनजर अगर कोई हादसा या जान लेवा हमला होता है तो उसके जिम्मेदार एसीपी मानसरोवर के साथ सन्नी आत्रेय को धमकी मामले की जांच मे विलम्ब करने वाले अधिकारी होंगे,का पत्र लिखा जा चुका हैं।

नीचे खबर का लिंक पढें जरूर, खबर वाइरल करें,

एसीपी मानसरोवर संजीव चौधरी और मानसरोवर थाने की कार्रवाई क्या दिखावा था,एक ढोंग मात्र,,, याद दिला दें 7 नवंबर को न्यू इंडिया खबर ने इन दोनों के बीच मार्केट में चल रहे खुलेआम सट्टे और जुए की खबर दिखाई थी, ऊपर से डंडा होने के बाद,इन दोनों ने की थी कार्यवाही,,सट्टे को कराया था बंद,, लेकिन अब न्यू इंडिया खबर ने जब पड़ताल की तो कुछ दिनों बंद होने के बाद,फिर से उसी मार्केट में खुलेआम,पुलिस की कार्रवाई को धता बताते हुए, ओला,कारा,अनिल,गोपी आदि ने नाक के नीचे शुरू कर दिया है सट्टे का काला कारोबार,,, किसकी शह पर, पढ़ें पूरी खबर,सीरीज -2

    क्लिक करें पढे यह 3 दिसंबर 2020 को चली खबर जिस पर 5 दिन बाद 8 दिसंबर को रात 9 बजे करीब सन्नी आत्रेय को संजीव चौधरी एसीपी मानसरोवर के नाम से धमकी मिली साथ ही सबसे पहली खबर 7 नवम्बर को न्यूइन्डिया खबर पर चली उसका भी लिंक इसी मे है,,

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      SUNNY ATREY EDITOR NEWINDIA KHABAR.COM

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