सुनील लेबोरेटरीज ने किया दावा,, ओंकोरिड से संभव हो सकता है,कोराना इफैक्ट का निदान,,

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जयपुर/फागी 11 मई 2020।(निक चिकित्सा)सुनील लेबोरेटरीज के सुनील तिवाड़ी ने दावा किया है कि उनके संस्थान द्वारा उत्पादित दवा ओंकोरिड से कोरोनावायरस जनित इफैक्ट का निदान किया जा सकता है। आज प्रेस वार्ता मे जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उन्होंने बताया कि यह दवा बीते कई वर्षों से रेडियोथेरेपी एवं कीमोथेरेपी द्वारा शरीर को होने वाले दुष्प्रभावों से लडने एवं शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु मरीजों द्वारा ली जा रही है। कई मामलों में मरीजों ने सम्पूर्ण कैंसर रोग से भी निजात पाई है। उन्होंने कुछ तथ्य बताए है और कहा है कि यह तथ्य व दस्तावेज इस बात का प्रमाण देते हैं कि यह औषधि वर्तमान में फैल रही महामारी के संबंध में उपयोगी साबित हो सकती है

1. आयुष मंत्रालय (पंचकूला, हरियाणा) द्वारा 2016 में गठित कमेटी, द्वारा प्राप्त मान्यता में हमारी दवा को स्पष्ट रूप से 4 वर्ष पूर्व ही अरबुद विनाशक एवं रसायन (इम्यूनिटी एंहांसर) का दर्जा दे दिया गया है। आम तौर पर किसी भी दवा के लिए ऐसा नहीं कहा जाता है।
2. इस दवा को बनाने के लिए जिन जड़ीबूटियां की सहायता ली जाती है वह सभी जड़ीबूटियां प्रामाणिक रूप से, समाज के एवं चिकित्सा जगत के प्रबुद्ध व्यक्तियों द्वारा एक बार नहीं बल्कि कई बार कोरॉना वायरस से बचाव में लाभदायक बताई गई है।
3. यह दवा अधिकतम फेफड़ों में कर्क रोग की शिकायत होने वाले मरीजों द्वारा ली गई है जो कि दर्शाता है कि फेफड़ों से संबंधित रोग में इसकी उपयोगिता पाई जा सकती है और यह देखा जा सकता है की कॉरोना वायरस का प्रथम प्रहार भी फेफड़ों पर ही होता है जिससे अंत में मरीज की मृत्यु हो जाती है।
4. रेडियोथेरेपी एवं कीमोथेरेपी के दौरान होने वाली पीढा और उसके बाद होने वाले हानिकारक दुष्प्रभावों से मरीज़ के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में काफी हद तक गिरावट आ जाती है जिसे बढ़ाने हेतु मरीेज हमारी दवा का प्रयोग करते हैं। यह बात दर्शाती है कि इस दवा द्वारा प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाई जा सकती है, जो कि वर्तमान में फैल रही महामारी से बचाव हेतु सबसे महत्वपूर्ण है।
5. दवा को आई. एस. ओ एवं जी. एम.पी मान्यता प्राप्त है।कुछ मरिजो का ब्योरा एवं विवरण भी हमारे पास उपलब्ध है।

सुनील तिवाड़ी कहते हैं कि वर्तमान में कंपनी के पास 800 बॉटल का स्टॉक उपलब्ध है। भारत सरकार एवं सभी राज्य सरकारों को उन्होंने यह प्रस्ताव दिया है कि 800 बॉटल का स्टॉक कंपनी फिर से एक बार दवा की जांच कराने हेतु निशुल्क उपलब्ध कराने के लिए तयार है। दवा की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि इस दवा के सेवन से किसी भी तरह की हानी नहीं पहुंचती है।

पत्रकार रमाकात शर्मा, पत्रकार वार्ता में सवाल करते हुए

तिवाड़ी ने बताया कि देश भर में बनी नाज़ुक स्थिति को देखते हुए उनका सरकार से निवेदन है कि शीघ्र अति शीघ्र फिर से एक बार दवा की जांच करवा कर दवा को बनवाने का ऑर्डर दिया जाए एवं दवा के इंटरसटेट सप्लाई की अनुमति दी जाए।
सुनील लेबोरेटरीज की दवा ओंकोरिड का उत्पाद कंपनी भारत सरकार के साथ समझोता ज्ञापन (एमओयू) कर प्रारंभ करने के लिए तयार है ऐसा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील तिवाड़ी ने बताया।

*खबर सुनील लेबोरेटरीज के प्रबन्ध निदेशक द्वारा किए दावे अनुसार लगाई गई है* न्यूइन्डिया खबर किसी भी दावे की पुष्टि नहीँ करती है।