फोर्टिस अस्पताल व भगवान महावीर केंसर अस्पताल में हुई अनेक एक्टिविटी, फोर्टिस में जहां मॉकड्रिल हुई वहीं महावीर केंसर अस्पताल में रोगियों को मूवी दिखाई गई

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मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से फॉर्टिस एस्कॉर्ट हॉस्पिटल द्वारा आपदा प्रबंधन के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया,,,

जयपुर 07.08.2019(निक मेडिकल) मरीजों की सुरक्षा के प्रति अपने उत्तरदायित्व को और भी कुशलता पूर्वक निभाने के उद्देश्य से फॉर्टिस जयपुर आपदा प्रबंधन के लिए अपनी सुरक्षा व्यवस्था परखी| आपदा एक अनिश्चित घटना है जो प्राकृतिक या किसी अन्य दुर्घटना के कारण कभी भी आ सकती है| सुचारू-व्यवस्थाए, सुरक्षा-प्रबंधन को समय-समय पर परख कर ही विपरीत परिस्थितियों के लिए अपनी तैयारी को सुनिश्चित किया जा सकता है|

इसी के मद्देनजर फॉर्टिस जयपुर के सुरक्षा प्रमुख श्री नवीन वाजपेई और श्री जगदीश रावत;सिविल डिफेंस डिप्टी कंट्रोलरद्ध के दिशा निर्देशन में आपदा प्रबंधन की कई तकनीक बताई गई| सिविल डिफेंस द्वारा रोगियों को सुरक्षित बाहर निकालने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की योजना एवं तकनीकों का प्रदर्शन किया गया| मॉक ड्रिल के दौरान तीसरी मंजिल से मरीजों को रस्सी एवं सुरक्षा जाल की सहायता से सुरक्षित बाहर निकाला गया तथा सभी आवश्यक एहतियात बरतते हुए एंबुलेंस द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया|
इस अवसर पर उपस्थित श्री नीरव बंसल, जोनल डायरेक्टर, फॉर्टिस हॉस्पिटल राजस्थान ने बताया कि “फॉर्टिस में समय-समय अलग-अलग प्रकार की विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है ताकि हम अपने स्टाफ और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें| हाल ही में हमने आतंकी हमले से निपटने के लिए एंटी टेररिस्ट स्क्वाड के दिशा निर्देश में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया था और अभी आपदा प्रबंधन के लिए अपनी सुरक्षा व्यवस्थाओं को जांचने एवं बेहतर बनाने के लिए सिविल डिफेंस टीम के साथ मिलकर मॉक ड्रिल की| फॉर्टिस की स्वास्थ्य सेवाओं प्रारंभ से ही रोगी केंद्रित रही है और रोगियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिक कर्तव्य है| हम समय समय पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से इसे बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है”|
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,,,मूवी दिखाकर बढ़ाया बाल रोगियों का उत्साह,,
भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र में इलाज ले रहे बाल कैंसर रोगियों को “द लायन किंग – 3डी मूवी” दिखाई गई। सिनेपोलिस (वर्ल्ड ट्रेड पार्क मॉल) द्वारा स्पांसर इस मूवी का सभी बच्चों ने लुफ्त उठाया। फिल्म का एक डायलाग सभी बच्चो ने एक साथ दोहराया की ” लाइफ दे टेंशन तो टेंशन को अटेंशन नहीं देने का”
ड्रीम्ज फाउंडेशन के तहत दिखाई गई इस मूवी का उद्देश्य कैंसर जैसी बिमारी से पीड़ित बाल रोगियों के चेहरों पर मुस्कान लाना और उनके हौसलों को बढ़ाना हैं। ड्रीम्स फाउंडेशन के तहत अस्पातल में भर्ती 1 से 18 साल तक की आयु के बाल कैंसर रोगियों की ख्वाहिशें पूरी करने की पहल की जाती हैं । इसके तहत ड्रीम्स फाउंडेशन की अध्यक्षा अनिला कोठरी के नेतृत्व में अब तक 3500 से अधिक बाल रोगियों की ख्वाहिशे पूरी की जा चुकी हैं ।