अजमेर की वरिष्ठ रसायनिज्ञ PHED प्रयोगशाला में भ्रष्टाचार की बू, विभाग में कामचोरी को तरजीह, पानी की किल्लत ,साथ गन्दा पानी ,अजमेर वासियों की कोई सुनवाई नहीं, सैम्पल टाइम से नहीं लिए जा रहे,विभाग में कोई रिकॉर्ड नहीँ सैम्पल्स का सिर्फ खाना पूर्ति, पढ़ें पूरी खबर ,चीफ केमिस्ट,(जयपुर)को जानकारी दी जा चुकी है,खबर के 5 दिन बाद हुआ असर, 29 अप्रैल को कलेक्टर अजमेर ने HOD अर्चना माथुर व लैब को किया पाबन्द, रामचन्द्र अब बिना सूचना के हैड क्वाटर नहीँ छोड़ पाएंगे,,आज 1 मई को अर्चना ने अपने चहेते पत्रकार पूनम चन्द्रा जयपुर के जरिये newindia ख़बर को इस खबर को दबाने का दबाव डलवाया,,सनद रहे, सच के साथ सच की आवाज़ ,newindia खबर, ऐसी गीदड़ भभकियों से डरने वाला नहीं, अब यह खबर ,विभाग मंत्री बी डी कल्ला व पंजाब केसरी के जयपुर इंचार्ज अजय ढड्ढा को भी प्रेषित की जाएगी,

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इन सवालों से ,अर्चना माथुर,विभाग इंचार्ज,phed लेब,सकपका गयी,,,,
1,क्या जांच के समय क्लोरीन,टेस्टिंग किट था,,
2,वितरण के समय जीवाणु परीक्षण के नमूने लिए गए,या बाद में किसके सामने नमूने लिए गए थे क्या,उसके बाद चीफ मेडिकल अफसर से सम्पर्क किया गया क्या,,,,
3, क्या लेब अटेंड, व स्टाफ के बाहरी, आदमी नाम
करण, क्या,नमूने ले सकता है क्या,नियम अनुसार जूनियर केमिस्ट ही नमूने ले सकता है,,,
4,टेस्टिंग किट में ओ,टी सॉल्यूशन्स, ऑर्थो टोलीडिन व टेस्ट ट्यूबों आदि साथ होते हैं क्या ,,
5,रामकी ,सचल प्रयोगशाला द्वारा लाये गए, नमूनों को क्रॉस चेक किया जाता है कि नहीँ,,

Newindia खबर ने पाया कि अजमेर की इस महत्वपूर्ण प्रयोगशाला में किसी बात के पुख्ता लिखित में, कोई डॉक्युमेंट्स नहीँ है, सिर्फ खाना पूर्ति,,,

अजमेर 24 अप्रैल 2019।(निक विशेष)स्वाभाविक है गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत रहना,और ऊपर से पीने को गन्दे नाले का पानी मिले तो आम जनता का जीना बेहाल है।
अभी ज़िला कलेक्टर के भी आदेश हैं,पानी की सप्लाई दुरुस्त करने का,इस बाबत आदेश भी जारी हो चुके हैं कि हैड क्वाटर नहीँ छोड़ने के, लेकिन अजमेर में ही एक महत्वपूर्ण विभाग है,वरिष्ठ रसायनिज्ञ जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी प्रयोगशाला, जिसका काम है जनता को साफ पानी पिलाने के लिए समय समय पर सैम्पल ले जांच करने का ।
मगर newindia खबर ने जब इस बाबत पड़ताल की तो पाया कि विभाग अपने काम।को मुश्तैदी से करने में कोताई बरत रहा है ।
जब newindia खबर ने अजमेर विभाग की मुखिया अर्चना माथुर से 23 अप्रैल को प्रकाशित स्थानीय अखबार की खबर का।हवाला देते हुए हनुमान नगर की विशेष तौर पर जानकारी चाही तो अर्चना माथुर ने पानी की सप्लाई अगले 2 दिन बाद होगी, तब सैम्पल लिये जाएंगे,जबकि हनुमान नगर के वासी कई दिनों से गन्दे पानी को पीने को मजबूर है ।
अर्चना माथुर से आज कितने सैम्पल लिए गए बाबत बात की तो उन्होंने बताया वैशाली नगर चौरसिया वास के ए बी सी ब्लॉक के 31 सैम्पल क्लोराइड के लिए हैं, पूछा गया कि कौन स्टाफ सैम्पल लेने गया तो जानकारी मिली ,करण नाम का।व्यक्ति गया था जो 2 बजे तक 31 सैम्पल दे गया, जब करण के पद के बारे में पूछा गया तो वह बाहर का।व्यक्ति है, जिसे अर्चना माथुर समय समय पर भेजती है, newindia खबर ने पूछा कि जो सैम्पल लिए गए उन पर घर का नम्बर व जिसके घर का सैम्पल है उस मालिक के हस्ताक्षर है, तो अर्चना माथुर कोई उत्तर नहीं दे पाई, आगे पूछा गया कि सैम्पल लेने जो गया।है उसके पास पूरा किट था क्या, जिसमें OT solutions आदि था क्या, सैम्पल पानी की सप्लाई के वक्त सैम्पल लिए गए या बाद में, इसका।कोई जवाब वो देने में असमर्थ रहीं।
फिर दुबारा हनुमान नगर के सैम्पल अब तक क्यों नहीं लिए और अब कब लिए जाएंगे तो अर्चना माथुर सीनियर लेब इंचार्ज ने कहा कि हमारी एक स्टाफ मीना जी हनुमान नगर ही रहती है,आज शाम को सैम्पल ले लेगी,अचरज की बात है,एक स्टाफ जो आफिस का भी सारा काम करती हैं और वही बाहर का भी काम करेगी ।
इस दौरान बाकी स्टाफ के बारे में जानकारी चाही तो रामचन्द्र ,कनिष्ठ लैब सहायक ज्यादातर ऑफिस में कम जयपुर ही ज्यादा पाए जाते हैं,एक और स्टाफ नरेंद्र गुप्ता, भी छुट्टी पर थे अभी ही दुबारा जॉइन किया है, एक और स्टाफ का एक्सीडेंट हो चुका है,,
Newindia खबर का मकसद सिर्फ कोताई बरतने वालों को आगाह करना और आमजनता की बात हायर ऑथोरिटी तक पहुंचा ,न्याय दिलाने का,किसी से व्यक्तिगत द्वेष नहीं है।