किसानो की मांगों कप लेकर आम आदमी पार्टी और किसानो की
“किसान टेक्टर रैली “, प्रशासन ने रोका तो महला में डाला पड़ाव
हमारी लड़ाई कलम वालों, डंडे वालो से नहीं, जीत न्याय की होगी – रामपाल जाट
दूदू से शुरू हुई रैली को, प्रशासन ने महला अजमेर रोड पर रोका, जयपुर मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे मुंग और उड़द से भरे टेक्टरो के साथ किसान और आप नेता
जयपुर 1 जनवरी 2019 (NIK political)नए वर्ष के पहले दिन की शुरुवात आम आदमी पार्टी और किसान नेताओ ने आंदोलन के साथ प्रारम्भ की, मंगलवार को आप और किसान नेताओ ने दूदू से किसानो के समर्थन में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास की ओर कूच किया, किन्तु जयपुर शहर में एंट्री लेने से पहले ही प्रशासन ने अजमेर रोड स्थित महला पर रोक दिया। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं किसान महापंचायत के राष्ट्रिय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में आयोजित किसानो के अधिकार की रक्षा के लिए आयोजित ” किसान टेक्टर रैली ” का आयोजन किया गया। जो प्रातः 9.30 बजे दूदू से 4 किलो मीटर पहले गिधानी चौराहे से प्रारम्भ हुई, समर्थन मूल्य पर मुंग और उड़द के खरीद ठप होने से किसान आहात और निराशा है जिसको लेकर दूदू से 100 से भी अधिक टैक्टर और सेकड़ो की संख्या में किसान एकजुट होकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया और जयपुर शहर में पहुँचाने से पहले ही प्रशासन ने उन्हें रोक दिया और फिर वही पर किसानों और आप कार्यकर्ताओ ने पड़ाव डाल दिया।
किसान नेता एवं आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया की पिछली सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर भी सरकार और प्रशासन ने मुंह और उड़द की खरीदारी ठप कर किसानों हताश और निराशा है, मजबूरन किसानों को भारी लागत लगाने के बावजूद मेहनत की फसल को औने – पौने दामों पर बेचकर घाटा उठाना पढ़ रहा है जो लागत ही नहीं मेहनत की मजदूरी भी निकालना मुश्किल हो रहा है, हम मुख्यमंत्री आवास जाकर दिखाना चाहते थे की किसानो की क्या वास्तविक स्थिति चल रही है हम कोई लड़ने – झगड़ने नहीं अपनी स्थिति राज्य के मुख्यमंत्री को दिखाने जा रहे थे जिसकी सुचना हमने मुख्यमंत्री आवास और कार्यालय सहित प्रशासन तक को दे दी थी। उसके बावजूद हमे रोका गया, जब राज्य का मुख्यमंत्री किसानों के कर्जमाफ कर सकता है तो वह किसानो से मिलने से क्यों डर रहे है। हम केवल अपनी बात रखना चाहते है किसानों पर क्या बीत रही है पूरी लागत लगाने के बावजूद भी हमे आधे दामों पर अपनी फसल बेचैनी पड़ रही है जिसके चलते किसानों पर कर्ज बढ़ता जा रहा है अगर सरकारें अपना वादा और घोषणाएं पूरी तरह से निभाएं तो राज्य तो छोड़ो देश के किसी भी किसान पर एक रु का कर्ज नहीं होगा बल्कि वह देश को अन्न की तरह दातार बनेगा, लेकिन पहले भाजपा और अब कांग्रेस यह नहीं चाहती की किसानों को उनका पूरा हक़ मिले और कर्जमाफी का ठोसला देकर केवल वोट बैंक की राजनीती करने पर उतारू है किन्तु हम भी हार नहीं मानेगे और अंतिम साँस तक किसानो के हक़ के लिए लड़ेंगे और उनको उनका पूरा हक़ दिलाकर रहेंगे, हमारी लड़ाई डंडे वालो से नहीं है हमारी लड़ाई कलम वालो से, कलम वाले चाहते है की आंदोलनकारी और डंडे वाले आपस में झगड़ लेंवे किन्तु ऐसा होगा नहीं, हम प्रशासन का सम्मान करते है उन्होंने टैक्टर रैली जहाँ रोकी हम वही रुक गए, प्रशासन आगे बढ़ने देगा नहीं और हम पीछे हटने वाले नहीं जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी हमारा आंदोलन और पड़ाव वही पर रहेगा। प्रशासन ने हमें महला अजमेर रोड (अजमेर से जयपुर डेढ़ कील मीटर आगे) रोका हमारा पड़ाव यही रहेगा। मंगलवार को प्रशासन के अनुरोध पर सायं 4 बजे एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल देवेंद्र शास्त्री (प्रदेश सचिव, आप राजस्थान) और किसान जिला कलेक्टर महोदय से भी मुलाकात की।