पब्लिक अगेंस्ट करप्शन संस्था ने कोर्ट के फौजदारी बाबू को रिश्वत देकर रंगे हाथों पकडवाने वाले युवा एडवोकेट रोशन लाल राठौड़ का 21,000/- का चैक देकर सम्मान किया,,

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जयपुर 15 मई 2022।(निक क्राइम)गंगानगर जिले में श्रीकरणपुर में कोर्ट के कर्मचारी फौजदारी बाबू लोगों को परेशान करता था और रिश्वत लेता था उस भ्रष्ट कर्मचारी को रोशन लाल एडवोकेट ने एसीबी में शिकायत करके रंगे हाथों पकड़वाया । संस्था के महासचिव व राजस्थान हाई कोर्ट सीनियर लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पूनम चंद भंडारी एडवोकेट ने बताया कि युवा अधिवक्ता ने ऐसा क्रांतिकारी कदम उठाया जो स्वयं आर्थिक हालातों से मजबूर था भ्रष्टाचार के खिलाफ लडने वाली भारत की सबसे बड़ी संस्था *पब्लिक अगेंस्ट करप्शन संस्था* ऐसे लोगों का सम्मान करती है जो भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ते हैं।

कालानेरी आर्ट गैलरी में संस्था ने उनका सम्मान किया और संस्था के कोषाध्यक्ष ईश्वर सिंह जी ने साफा पहनाकर युवा अधिवक्ता का सम्मान किया संस्था के अध्यक्ष श्री कमलेश सक्सेना जी ने कहा किस संस्था ऐसे बहादुर क्रांतिकारियों का हमेशा सम्मान करेगी और उनकी हर तरह से मदद करेगी ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगे जब से संस्था बनी है उसके बाद से भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने तेजी से काम किया और भ्रष्टाचारियों को पकड़ाया है और संस्था भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की सहायता के लिए हमेशा तैयार है। समारोह में विमल चौधरी, टी एन शर्मा, इन्द्रजीत खतूरिया, नासिर खान, भूषण अरोडा, सुनील अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोगों ने शिरकत की। रोशन लाल राठौड़ ने बताया कि मैं एक गरीब परिवार का सदस्य हूं मेरे पिता ने हम तीन भाई बहनों को ईंट भट्टे पर मजदूरी करके पढ़ा लिखा कर बड़ा किया है मैंने राजकीय विधि महाविद्यालय श्रीगंगानगर से 2019 में एल एल बी परीक्षा उत्तीर्ण की जुलाई 2020 में एनरोलमेंट करवाकर श्रीकरणपुर कोर्ट कंपलेक्स में अपनी वकालत शुरू की क्योंकि बचपन से ही अभाव में जीवन व्यतीत होने के बावजूद भी मेरे माता-पिता व शिक्षकों ने क्रांतिकारी भगत सिंह के विचारों को मुझे पढ़ाया लिखा और समझाया इसलिए कि हर तरफ भगत सिंह मेरे बचपन से ही आदर्श थे किंतु जब मैं न्यायालय में आया तो मैंने देखा कि हर तरफ शोषण ही शोषण है न्यायालय किसी भी प्रकार से अब मंदिर नहीं रहा है जो हमने किताबों में पढ़ा था यह सब बातें मुझे गहरे तक विचलित करती थी किंतु इसके बावजूद भी मैं जूनियरशिप के चैलेंज को स्वीकार करते हुए अपने थोड़ी बहुत कमाई से अपने परिवार को आर्थिक रुप से सहयोग कर रहा था इस बीच मेरे छोटे भाई को 26 मार्च 2022 को अपेंडिक्स की नाडी फटने के कारण आपातकालीन हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा और तुरंत ऑपरेशन किया गया अभी भाई का उपचार चल ही रहा था कि अचानक 3 अप्रैल 2022 को पिताजी बीमार पड़ गए और उनका उपचार चल रहा था कि न्यायालय में मेरे एक मात्र सहारे मेरे गुरु जी श्री सुभाष गोयल का दिनांक 7 अप्रैल 2022 को डायलिसिस के दौरान मृत्यु हो गई व मेरी माली हालत पहले से ही दयनीय थी और गुरु जी के चले जाने के कारण और घर की बीमारियों के कारण मैं पहले ही परेशान था और ऊपर से कोर्ट के कर्मचारियों के रोज-रोज हर मामलों में रिश्वतखोरी की आदत मुझे और भी परेशान और प्रताड़ित कर रही थी ।

    मैंने इस समस्या के संपूर्ण निदान का विचार मन में लिया और जब एडीजे कोर्ट के फौजदारी बाबू ने साक्ष्य अभीलेखन का कार्य देने की एवज में मुझसे मेरे मानदेय का 50% मुझ से मांगा तो मैंने एसीबी से संपर्क कर उन्हें इस बारे में संपूर्ण जानकारी दी थी क्योंकि सभी जूनियर वकील और अधिवक्ता साथी और मुंशी बाबू की आदतों और धन लोलुपता से परेशान थे इसलिए मैंने एसीबी से संपर्क किया और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी एसीबी ने कार्यवाही का सत्यापन कर मुझे रंग लगे नोट देकर फौजदारी बाबू को ट्रैप करने का जाल बिछाया और आज सुबह 7:30 बजे फौजदारी बाबू ने मेरे से जैसे ही रिश्वत राशि की मांग कि मेरे द्वारा एसीबी द्वारा दिए गए नोट उसकी मांग की पूर्ति में दे दिए गए और इशारा पाते ही एसीबी ने रंगे हाथों एडीओ कोर्ट श्रीकरणपुर के पुजारी बाबू हेमंत गुप्ता को रंगे हाथों काबू कर लिया मेरा मानना है कि न्यायालय में चलने वाले भारी भ्रष्टाचार का फायदा केवल 5% मठाधीश टाइप के बड़े वकीलों को मिलता है इसलिए ये वकील इस व्यवस्था को बनाए रखना चाहते हैं जूनियर युवा वकील इस भ्रष्टाचारी व्यवस्था से प्रताड़ित होता है 95% वकील इस भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं लेकिन हिम्मत कोई नहीं कर पाता है।