व्यापारियों और ऑनलाइन विक्रेताओं ने बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स ब्रांडों के विरोध में जयपुर में प्रदर्शन किया ,,

448

जयपुर, 2 नवंबर 2021।(निक विशेष) पूरे भारत में सूक्ष्म व लघु उद्यमों और पारिवारिक व्यवसायों की आवाज को सामने लाने के लिए प्रतिबद्धगैर-सरकारी व्यापार संघइंडियन सेलर्स कलेक्टिवने एमएनसी ई-कॉमर्स ब्रांडों के बहिष्कार की मांग के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान ‘भारत छोड़ो मोर्चा’ के तहत आज धनतेरस पर जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के बाद जयपुर में मुहाना मंडी रोड पर हजारों छोटे व्यापारियों ने पुतले जलाए। व्यापारियों ने सरकार और उपभोक्ताओं दोनों से बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स ब्रांडों का बहिष्कार करने और स्वदेशी विक्रेताओं के उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया गया, जिससे इस त्योहारी सीजन में छोटे व्यापारियों को राहत मिले।
बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म पर सबसे अधिक बिकने वाले उत्पादों को ट्रैक करते हैं। ये ऑनलाइन मार्केटप्लेस समान खूबियों वाले और सस्ते मूल्य पर अपना निजी ब्रांड लॉन्च करने के लिए उनके डिजाइन की नकल करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे अपने प्लेटफॉर्म पर बेस्टसेलिंग उत्पादों की बिक्री को अपनी प्रोडक्ट लाइन की ओर लाने के लिए खोज परिणामों में हेरफेर करने के लिए एक विशेष तरीका भी अपनाते हैं। नतीजतन, कोई भी विक्रेता एमएनसी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ व्यापार करने से आगे नहीं बढ़ता है।

राष्ट्रीय वेबिनार में मुख्य संबोधन देते हुएस्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन ने कहा, “विदेशी बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियां भारत में अवैध व्यापार गतिविधियों में लिप्त हैं। ये कंपनियां अप्पारियो रिटेल जैसी प्रमुख कंपनियों के माध्यम से नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं, जो सस्ती कीमत पर उत्पाद देने और विभिन्न प्रकार की छूट देती हैं, जिससे ऑफलाइन खुदरा विक्रेताओं और छोटे विक्रेताओं का कारोबार नष्ट होता है। एमएनसी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भारतीय विक्रेताओं की कीमत पर अपने निजी लेबल और ब्रांड जैसे अमेजन बेसिक्स, सिंबल और सोलिमो को बढ़ावा देने के लिए एल्गोरिदम में हेरफेर कर रहे हैं, इसके अलावा भारतीय न्यायिक प्रणाली को प्रभावित करने के लिए संदिग्ध गतिविधियों के माध्यम से कानूनों को अपने हित में प्रयोग करने के लिए प्रभावित कर रहे हैं। स्वदेशी जागरण मंच में हम आशा करते हैं कि ‘अमेजन का बहिष्कार’ और ‘भारत छोड़ो’ अभियान उपभोक्ताओं और सरकार को एफडीआई ई-कॉमर्स कंपनियों के उत्पादों को पूरी तरह से खारिज करने और भारतीय विक्रेताओं के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए प्रेरित करेगा।” अभय राज मिश्रा, सदस्य और राष्ट्रीय समन्वयक, इंडियन सेलर्स कलेक्टिव ने कहा, “विदेशी ई-कॉमर्स खुदरा विक्रेताओं ने पिछले कई वर्षों से छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए धनतेरस की चमक छीन ली है। यह देखते हुए कि इन बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियों की अनैतिक व्यावसायिक गतिविधियों को बदलने के लिए लगाई जा रही सभी गुहार बहरे कानों पर पड़ रही हैं, इंडियन सेलर्स कलेक्टिव ने उपभोक्ताओं और सरकार को विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों के

उत्पादों का बहिष्कार करने और भारतीय विक्रेताओं के उत्पादों को अपनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है।”

    इस त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं और सरकार से केवल भारतीय विक्रेताओं से उत्पाद खरीदने का आग्रह करते हुए एफएमसीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र अग्रवाल ने कहा, “कोविड महामारी के कारण छोटे व्यापारियों को चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल और बिक्री में कमी का सामना करना पड़ा। हम इस त्योहारी सीजन में इस स्थिति को बदलने और अपनी बिक्री में सुधार की उम्मीद करते हैं, लेकिन बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियां अपने ब्रांडों को आगे बढ़ाने के लिए प्रीडेटरी प्राइसिंग में लिप्त होकर इसे खराब कर रही हैं। हम उपभोक्ताओं और सरकार से अपील करते हैं कि इस त्योहारी सीजन में बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियों के उत्पादों को अस्वीकार करें और केवल स्थानीय विक्रेताओं से ही खरीदें।” अभियान के तहत राष्ट्रीय स्तर पर वेबिनार का आयोजन किया गया और जयपुर, चंडीगढ़ एवं वाराणसी जैसे अन्य शहरों में भी इसी प्रकार के प्रदर्शन किए गए।