Newindiakhabar

नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर व कोशिका फाउंडेशन कर रहा जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित जरूरतमंद बच्चों की उपचार हेतु आर्थिक सहायता,, 64 जरूरतमंद बच्चे हो चुके लाभांवित,,

जयपुर 30 सितम्बर।(निक चिकित्सा) मुस्कान, एक 10 वर्षिय बच्ची थी जो बेहद कमजोर थी- गंभीर हृदय रोग (टेट्रालॉजी ऑफ फैलेट) होने के कारण वह ना ठीक से चल पाती और न ही खेल पाती। उसके पिता जो परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे लापता थे और तब से उसके परिवार की बुनियादी जरूरतें जैसे खाना-कपड़ा आदि का खर्च उसके गाँव में रहने वाले उठा रहे थे। आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसका परिवार ईलाज कराने में असमर्थ था। मुस्कान के परिवार की खुशी का उस दिन ठिकाना नहीं रहा जब मुस्कान की जाँच व ऑपरेशन नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, जयपुर में की गई और इस सर्जरी में आर्थिक सहयोग दिया कोशिका फाउंडेशन ने। मुस्कान जैसे ही 64 अन्य जरूरतमंद बच्चें है जिन्हें नारायणा हॉस्पिटल एवं कोशिका फाउंडेशन द्वारा उपचार हेतु आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। इसके अलावा ऐसे कई बच्चें है जिनकी हाल ही में स्क्रीनिंग हुई है एवं हार्ट सर्जरी/इंटरवेंशन प्रक्रियां में है।
ऐसे जरूरतमंद बच्चों की पहचान करने के लिए अस्पताल में सालाना स्क्रीनिंग कैम्प आयोजित किया जाता है। कैम्प द्वारा यह कोशिश की जाती है की राजस्थान व आस-पास के राज्यों के जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित वंचित तबके के बच्चों की पहचान कर उपचार हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा सके। नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, जयपुर के फैसीलिटी डायरेक्टर बलविंदर सिंह वालिया ने कहा कि अभी हाल ही में संपन्न वार्षिक स्क्रीनिंग कैम्प में तकरीबन 68 बच्चों के अभिभावक उन्हें स्क्रीनिंग के लिए लेकर आयें। इनमें से 20 ऐसे बच्चों का चयन किया गया जो आर्थिक रूप से कमजोर थे और उन्हें ईलाज की जरूरत थी। नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर एवं कोशिका फाउंडेशन के यें प्रयास जन्मजात हृदय रोग के प्रति जागरूकता फैलाने और अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों की सहायता करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस पहल के तहत नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, जयपुर की पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जन व पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट की अनुभवी टीम ने तकरीबन 64 बच्चों की हार्ट सर्जरी/इंटरवेंशन किये है (1 वर्ष से 18 वर्ष की उम्र तक)। पीडियाट्रिक कार्डियक साईन्सेज की इस कुशल व अनुभवी टीम में डॉ. सी.पी. श्रीवास्तव, डॉ. अंकित माथुर, डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. प्रशांत महावर, डॉ. ओमेश्वर शर्मा, डॉ. अभिनव सिंह, डॉ. सुनील गुप्ता व कार्डियक एनेस्थीसिया एक्सपर्ट डॉ. प्रदीप गोयल शामिल है।
नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, जयपुर की जोनल क्लिनिकल डायरेक्टर डॉ. माला ऐरन ने बताया कि नारायणा हॉस्पिटल के “लिटिल हार्ट्स प्रोग्राम” के अंतर्गत पिछले कुछ सालों में सैंकड़ों जरूरतमंद बच्चों की सहायता की है और अब भी ऐसे, आर्थिक रूप से कमजोर कई बच्चें है जिन्हें उपचार द्वारा एक बेहतर जीवन दिया जा सकता है। हम हमारी सहयोगी संस्था-कोशिका फाउंडेशन के शुक्रगुजार हैं जिसके वित्तीय सहयोग से बच्चों को विश्वस्तरीय ईलाज मिल पा रहा है।

    कोशिका फाउंडेशन के ट्रस्टी, सोमेश सहगल ने कहा कि हमारी इस पहल का उद्देश्य जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित जरूरतमंद बच्चों की मदद करना है, चाहे उनकी जाति या धर्म कुछ भी हो। क्योंकि पीडियाट्रिक कार्डियक केयर आमतौर पर महंगा होता है इसलिए यह वंचित तबके की पहुंच से बाहर है। कोशिका फाउंडेशन एवं नारायणा हैल्थ के बीच यह साझेदारी एक प्रकार से सस्टेनेबल हैल्थ केयर डिलिवरी का एक नया मॉडल है। हमें खुशी है कि हम 64 जरूरतमंद बच्चों को एक नया जीवन दे सकें और हमारा इरादा आने वाले महिनों में कई और बच्चों की मदद करना है।

    *Open link for this news*

    *SUBSCRIBE OUR CHANNEL CONTACT M.8107068124*

Exit mobile version