आपाधापी,भागमभाग,थकान आदि तनाव के कारण हैं, इनसे जल्द निजात पाने का प्रयास करें: डॉ तुषार कांत

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डॉ. तुषार कांत ने किया,भविष्य के आईएएस अधिकारियों को ‘तनाव प्रबंधन’ एवं ‘काम औऱ निजी जीवन के बीच संतुलन’ विषयों पर सम्बोधित किया,,,,,
आयोजित की गई सेमिनार,,,,

जयपुर 29 अप्रैल2019।(निक)नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन, मसूरी,में आयोजित एक महत्वपूर्ण सेमिनार में,फोर्टिस अस्पताल जयपुर के जाने माने मनोचिकित्सक डॉ तुषार कांत शर्मा ने ,भावी प्रशासनिक अधिकारियों को तनाव प्रबंधन व काम औऱ निजी जीवन के बीच तारतम्य बैठाने के सम्बंध में मानसिक रूप से मजबूत बनने के गुर सिखाए ।
डॉ तुषार ने कहा कि आज के तनावपूर्ण वातावरण में काम के दौरान लक्ष्य पूर्ति के चलते अत्यधिक मानसिक तनाव से आत्महत्या तक कि प्रवृत्ति घर कर जाती है। अगर नियमित जीवन में तनाव का प्रबंधन समय रहते नहीँ किया गया तो यह मनुष्य के जीवन मे नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
डॉ तुषार कांत ने परिचर्चा में 60 आईएएस ट्रेनी व 10 फैकल्टी सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यस्त जीवनचर्या में कुछ उपायों को अपने अंदर समाहित करने से राहत मिल सकती है, इसमें उनके परिवार ,माता पिता, जीवनसाथी आदि काफी मदद कर सकते हैं।
जीवन में आपाधापी,भागमभाग से होने वाले शारारिक परिवर्तन ही तनाव है।उदासी,अवसाद, थकान ,आत्मविस्वास में कमी आदि से होने वाली परेशानी से निजात पाना आवश्यक है।
डॉ तुषार ने कहा कि उन्हें योग ,व्यायाम आदि सक्रियता को अपने जीवन मे अपनाना चाहिए,साथ ही 8 घण्टे की नींद,तथा प्रोफेशनल से परामर्श से तनाव आदि से मुक्ति मिल सकती है।